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नागपुर से वापस अफगानिस्तान भेजा गया लड़का बना तालिबानी लड़ाका, भारत में रहकर कंबल बेचने का करता था काम, हथियार लहराते दिखी तस्वीर …

नागपुर। महाराष्ट्र के नागपुर में अवैध रूप से रह रहे एक अफगानी नागरिक को इसी साल उसके देश वापस भेज दिया गया था। अब वह तालिबानी लड़का बन गया है। हाथों में हथियार लिए उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। भारत के विभिन्न राज्यों में काबूल से आए अनेक लोग कपड़े बेचने का काम कर गुजर बसर करते हैं। जिनकी पड़ताल किए जाने की जरुरत है।

तालिबान ने रविवार 15 अगस्त को काबुल पर कब्जे के साथ अफगानिस्तान को अपने नियंत्रण में ले लिया। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके हैं तो सेना भी हथियार डाल चुकी है। अमेरिकी सैनिकों की वापसी से पहले ही कट्टरपंथी विद्रोही समूह ने देश की कमान अपने हाथ में लेकर शरिया कानून लागू करने की तैयारी तेज कर दी है।

अधिकारी ने कहा, ”नूर मोहम्मद अजीज मोहम्मद (30) अवैध रूप से नागपुर में पिछले 10 सालों से रह रहा था। वह शहर के दिघोरी इलाके में किराए के घर में रह रहा था। एक खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की थी। 23 जून को उसे हिरासत में लेकर अफगानिस्तान वापस भेज दिया गया।”

उन्होंने कहा, ”वापसी के बाद वह संभवत: तालिबान में शामिल हो गया है। बंदूक पकड़े उसकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई है।” उस समय जांच के दौरान पुलिस को पता चला था कि वह 2010 में 6 महीने के टूरिस्ट वीजा पर नागपुर आया था। बाद में उसने शरणार्थी दर्जे के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में याचिका दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। लेकिन वह नागपुर में ही रहने लगा था।”

एक अन्य पुलिसकर्मी ने बताया कि नूर मोहम्मद का असली नाम अब्दुल हक था और उसका भाई तालिबान के लिए काम करता  है। पिछले साल नूर का हथियार के साथ वीडियो सोशल मीडिया पर आया था। बाद में जब पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसे बाएं कंधे पर गोली का भी निशान था। जब उसके सोशल मीडिया अकाउंट्स की जांच की गई तो पता चला कि वह कुछ आतंकवादियों को भी फॉलो करता था। पुलिस ने यह भी बताया कि वह अविवाहित था और यहां कंबल बेचने का काम कर रहा था।

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