नई दिल्ली

पापा को खाना देने गई नाबालिग को पुलिसवालों ने थाने में जमकर लात-जूतों से पीटा, सिर में आए पांच टांके; परिवार को दे रहे धमकी ….

नोएडा। नोएडा सेक्टर-22 चौकी में हिरासत में रखे गए पिता को खाना देने गई 16 वर्षीय नाबालिग छात्रा को लात- जूतों से जमकर पीटने का मामला सामने आया है। छात्रा का तीन दिनों तक ईएसआई अस्पताल में इलाज भी चला। उसके सिर पर पांच टांके लगाने पड़े हैं। शनिवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था चाइल्ड लाइन ने बाल कल्याण समिति से बच्ची की सुरक्षा और देखभाल की मांग की है।

कूड़ा फेंकने को लेकर 30 अगस्त को चौड़ा गांव में रहने वाली 16 वर्षीय छात्रा के परिवारवालों से पड़ोसी की नोकझोंक हुई। इसकी शिकायत दोनों पक्षों ने सेक्टर-22 कोतवाली को दी। दूसरे पक्ष ने नाबालिग छात्रा की मां पर चेन चोरी का आरोप लगाया था। वीडियो बनाने पर पीटा 31 अगस्त को दसवीं की छात्रा के पिता को सेक्टर-22 पुलिस चौकी में हिरासत में ले लिया। रात को नाबालिग लड़की मां के साथ पिता को भोजन देने गई, लेकिन उन्हें भोजन नहीं देने दिया गया।

छात्रा के भाई ने आरोप लगाया कि भोजन देने से मना करने पर मैंने मोबाइल फोन से बहन को कहा कि जो मना कर रहे हैं उनकी वीडियो बना लो। जैसे ही वह वीडियो बनाने लगी उसे और मां को पुलिस वालों ने मोबाइल छीनकर पीटना शुरू किया। सभी वीडियो डिलीट कर दिए। मुझे इसकी जानकारी मिलने पर देर रात चौकी पहुंचा। पुलिसवालों ने मां और बहन को अलग-अलग कमरों में रखा था।

बहन को काफी चोटें आई थीं। मां भी कराह रही थी। मैंने जब पुलिसवालों से इस बारे में पूछा तो उन्होंने मुझसे भी बदतमीजी की। वहीं मामले में वीडियो की बात सामने आने पर सेक्टर-24 के थाना प्रभारी अमित कुमार का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट की सूचना पुलिस को मिली थी। इस पर पुलिस मौके पर पहुंची और कार्रवाई की। पुलिसकर्मियों पर लगाए जा रहे मारपीट के आरोप निराधार है। इसकी जांच की गई है।

जिला अस्पताल में बहन का मेडिकल भी हुआ। उसे पांच टांके लगे। डॉक्टरों ने एक्सरे भी किया। जिला अस्पताल में ही पुलिस उन्हें छोड़कर चली गई। डेढ़ बजे रात को वहां से वह पैदल ही वापस आए। बहन ज्यादा दिक्कत होने पर ईएसआई अस्पताल में बहन को भर्ती कराया। जहां तीन दिन के इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। उन लोगों ने डॉक्टरों से कुछ दिन और इलाज करने की गुजारिश की थी।

चाइल्ड लाइन के एफएक्सबी इंडिया सुरक्षा के सीओओ सत्य प्रकाश ने कहा, ‘इस मामले की जानकारी दो सितंबर को चाइल्ड लाइन के टोल फ्री नंबर पर मिली। टीम अस्पताल में भी गई। पीड़िता को काफी चोटें थीं। लिहाजा उसके भाई से बातचीत की। इस मामले की जांच कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। बाल कल्याण समिति से किशोरी को सुरक्षा देने और देखरेख की मांग की है।’

नाबालिग छात्रा के भाई ने बताया कि शनिवार दोपहर को बहन को अस्पताल से डिस्चार्ज कराने के दौरान अस्पताल के सामने मुंह ढंके एक व्यक्ति ने मुझे धक्का मारा और मामले को खत्म करने की धमकी दी। इसके बाद से मां और बहन को दिल्ली भेज दिया है। तीन दिनों से अस्पताल में ही था। अब इस मामले की शिकायत पुलिस के आला अधिकारियों से करुंगा।

सेक्टर-24 थाना प्रभारी अमित कुमार ने कहा, ‘दोनों पक्षों की एनसीआर दर्ज है। दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। मेडिकल जांच के लिए भेजा गया था। पुलिस ने मारपीट नहीं की है। दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी।’

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