राजस्थान

राज्य सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीद 10 मार्च से, सरसों और चने की खरीद 1 अप्रैल से

हनुमानगढ़
राज्य सरकार द्वारा गेंहू के समर्थन मूल्य पर 125 रुपए प्रति क्विंटल बोनस की घोषणा के कारण जिले में एमएसपी पर बंपर विक्रय होने की संभावना है। जिले में गेंहू की सरकारी खरीद 10 मार्च से 30 जून 2024 तक की जाएगी। भारत सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य 2275 रूपए प्रति क्विंटल के अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा राजस्थान कृषक समर्थन योजना के तहत 125 रूपए प्रति क्विंटल बोनस की घोषणा की गई है।

इसी सिलसिले में सरकारी खरीद की तैयारियों को लेकर गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर कानाराम की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। जिला कलेक्टर ने बताया कि गेंहू की एमएसपी खरीद के लिए पंजीकरण 24 जनवरी से शुरू हो चुके है। सरसों और चने की एमएसपी खरीद के लिए 22 मार्च से पोर्टल शुरू होगा। सभी किसान एमएसपी पर विक्रय के लिए समय पर पंजीकरण करवाए।
इस वर्ष जिले में सौ प्रतिशत गिरदावरी ऑनलाइन की गई है, जिसे किसान धरा पोर्टल पर देख सकते है। इसके लिए उन्हें तहसील कार्यालय या पटवारी के पास जाने की आवश्यकता नहीं है। इस वित्तीय वर्ष में जिले में गेहूं खरीद के लिए कुल 41 क्रय केन्द्र निर्धारित किए गए है। जिसमें से 17 केंद्रो पर भारतीय खाद्य निगम, 17 केंद्रो पर राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नाफेड), 5 पर तिलम संघ, 2 पर राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) द्वारा खरीद की जाएगी।

जिला कलेक्टर ने पुलिस अधिकारियों को मंडियों में पर्याप्त पुलिस जाब्ता लगाने तथा राज्य में बोनस की घोषणा के मद्देनजर बाहरी राज्यों से गेहूं की आवक पर रोक लगाने के लिए नाकों पर सघन चेकिंग और पर्याप्त जाब्ता लगाने के निर्देश दिए। खरीद प्रक्रिया शुरू होने से पूर्व समस्त मंडियों में बाट माप एवं मापक यंत्रों के सत्यापन हेतु जिला विधिक माप विज्ञान अधिकारी को शिविर लगाने के निर्देश दिए।
उन्होंने गेंहू उठाव की समुचित व्यवस्था हेतु प्रत्येक क्रय केन्द्र पर प्रतिदिन एक निश्चित मात्रा निर्धारित करने एवं समय पर उठाव नहीं करने वाले हैंडलर एवं ट्रांसपोर्ट एजेंसी पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने किसान कलेवा योजना अंतर्गत रसोइयों की साफ सफाई रखने, किसानों को शुद्ध और गुणवत्तापूर्ण खाना उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए।

मंडियों में आने वाले किसानों के लिए पेयजल, विद्युत, छाया, सुरक्षा तथा समय पर तुलाई के पुख्ता इंतजाम रखने, बरसात के समय में मंडी से जल निकासी, वीडियोग्राफी, सीसीटीवी कैमरा, अग्निशमन यंत्र इत्यादि की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जिला कलेक्टर ने किसान व अन्य संगठनों से कहा की खरीद प्रक्रिया में स्ट्राइक किसानों को ही नुकसान पहुंचाती है। इसलिए अनावश्यक स्ट्राइक ना करें, कोई समस्या हो तो बैठकर बातचीत करें।

गुरुवार तक 18,900 किसानों ने करवाया पंजीकरणः
ईओ विनोद कुमार ने बताया कि रबी 2023-24 के दौरान जिले में अनुमानित 2,17,890 हेक्टेयर में गेहूं की बुआई की गई है। प्रति हेक्टेयर 48 क्विंटल के अनुसार गेंहू का 12 लाख 96 हजार टन उत्पादन होने की संभावना है। जो पिछले वित्तीय वर्ष में 11 लाख 5 हजार 32 टन पैदावार से अधिक है। एफसीआई के क्षेत्रीय प्रबंधक अभिजीत चौधरी ने बताया कि एमएसपी पर गेंहू विक्रय के लिए गुरुवार तक जिले में 18,900 कृषकों ने पंजीकरण करवाया है। पिछले वर्ष 13,668 कृषकों ने एमएसपी पर गेहूं का विक्रय किया था। इस वर्ष अनुमानित 6.50 लाख मैट्रिक टन गेहूं का विक्रय एमएसपी पर होने की उम्मीद है।

सरसों और चने के लिए जिले में 24 क्रय केंद्र निर्धारितः
सहकारी विभाग से श्रीमती अंशु सहारण ने बताया कि 1 अप्रैल से सरसों और चने का एमएसपी पर क्रय शुरू होगा। इसके लिए कृषक 22 मार्च से पंजीकरण करवा सकते है। जिले में इस वर्ष दो नए क्रय केंद्र थालड़का और पदमपुरा बनाए गए है। जिसके साथ ही जिले में सरसों व चने की एमएसपी खरीद के लिए 24 क्रय केंद्रों का निर्धारण किया गया है। इसमें से 10 केंद्रो पर क्रय विक्रय सहकारी समिति द्वारा तथा 14 केंद्रो पर ग्राम सेवा सहकारी समिति द्वारा खरीद की जाएगी। इस वर्ष सरसों का 5450 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5650 और चने का 5335 रुपए प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 5440 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य तय किया गया है।

निर्धारित तिथि के 10 दिन बाद तक विक्रय केंद्र पर फसल तुलवा सकेगा किसानः
जिला कलेक्टर ने वारदानों को पारदर्शी तरीके से वितरण के निर्देश दिए। एफसीआई के क्षेत्रिय प्रबंधक श्री अभिजीत चौधरी ने बताया कि जिले के लिए 6 लाख वारदानो की डिमांड की गई है, जिसमें से 4.50 लाख वारदाने पहुंच चुके है। जिनका 10 मार्च तक वितरण सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कृषक किसी कारणवश निर्धारित दिनांक को क्रय केन्द्र पर फसलों का विक्रय नहीं कर पाता है, तो वह 10 दिवस की अवधि में अपनी फसल कभी भी तुलवा सकता है।

बैठक में यह लोग रहे उपस्थितः
एडीएम उम्मेदी लाल मीणा, हनुमानगढ़ एसडीएम डॉ. दिव्या चौधरी, एडिशनल एसपी प्यारे लाल मीणा, ईओ विनोद कुमार, व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष कृष्ण जैन, कृषि विपणन के क्षेत्रीय उपनिदेशक डीएल कालवा, हनुमानगढ़ व्यापार मंडल मंडी अध्यक्ष प्यारेलाल बंसल, पदम जैन, सीटू जिला अध्यक्ष आत्माराम, ट्रक यूनियन के अध्यक्ष जुगल किशोर राठी, तरुण कौशिक, एपीआरओ राजपाल लंबोरिया, हनुमानगढ़ कृषि उपज मंडी समिति सचिव चिमनलाल वर्मा, नोहर कृषि उपज मंडी समिति सचिव विष्णुदत्त शर्मा, सहकारिता से अंशु सहारण, इंद्रजीत सहारण सहित किसान उपस्थित रहे।

Back to top button