मध्य प्रदेश

नामांकन पत्रों की जांच का काम पूरा, सोलह नामांकन हुए निरस्त

भोपाल

मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में सात लोकसभा सीटों पर नामांकन पत्रों की जांच के बाद सोलह उम्मीदवारों के नामांकन निरस्त हो चुके है अब 93 उम्मीदवार मैदान में शेष रह गए है। खजुराहो संसदीय सीट से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार मीरा यादव जिसे कांग्रेस ने भी समर्थन दिया था उनका नामांकन पत्र जरुरी हस्ताक्षर नहीं होंने के कारण निरस्त हो गया था।  यहां से अब भाजपा उम्मीदवार वीडी शर्मा के सामने कोई बड़ा चेहरा सामने नहीं रह गया है। अब जो उम्मीदवार मैदान छोड़ना चाहेंगे वे 8 अप्रैल को नाम वापस ले सकेंगे इसके बाद दूसरे चरण में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो जाएगी।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी  अनुपम राजन ने बताया कि मध्यप्रदेश में  लोकसभा चुनाव के  दूसरे चरण के लिये नामांकन पत्र भरने वाले सभी उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों की जांच का काम पूरा हो चुका है। जांच के दौरान 93 अभ्यर्थियों के नाम-निर्देशन पत्र विधिमान्य पाए गये है। कुल 16 अभ्यर्थियों के नाम-निर्देशन पत्र जांच के बाद अस्वीकृत कर दिये गए हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया है कि 5 अप्रैल को नाम-निर्देशन पत्रों की जांच के  बाद टीकमगढ़ में 8, दमोह में 16, खजुराहो में 14, सतना में 20, रीवा में 14, होशंगाबाद में 12  एवं बैतूल में 9 उम्मीदवारों के नाम-निर्देशन पत्र विधिमान्य पाये गये हैं। नामांकन पत्रों की  जांच के दौरान  लोकसभा संसदीय क्षेत्र टीकमगढ़ में 2, दमोह में 2, खजुराहो में 5, सतना में 2 और रीवा में 5 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र निरस्त किए गए है।

नाम वापसी आठ अप्रैल को
दूसरे चरण के लिए नामांकन पत्र जमा करने और नामांकन पत्रों की जांच के बाद जो उम्मीदवार  मैदान में शेष रह गए है  उनमें से जो नामांकन पत्र वापस लेना चाहेंगे वे  सोमवार, 8 अप्रैल तक अपने नाम वापस ले सकेंगे।  नाम वापसी के बाद मैदान में शेष रह गए उम्मीदवारों की तस्वीर साफ हो सकेगी। दूसरे चरण के लिए शुक्रवार, 26 अप्रैल को मतदान होगा। सभी चरणों के मतदान की मतगणना 4 जून को होगी।

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