मध्य प्रदेश

इंजीनियर के हमले में घायल ट्रैफिक एसआई ने दम तोड़ा, आरोपी गया जेल…

भोपाल। राजधानी के एमपी नगर स्थित पार्किंग में गलत तरीके से वाहन खड़ा करने के बाद उपजे विवाद में इंजीनियर हर्ष मीणा के चाकू से हमले में घायल ट्रैफिक एसआई श्रीराम दुबे (53) शुक्रवार को इलाज के दौरान मृत्यु हो गई।

वे 13 दिन पहले घायल हुए थे। इलाज के दौरान उनकी आंतों में इंफेक्शन हो गया था। उन्हें भर्ती किया गया था तो डॉक्टरों ने पूरी तरह खतरे से बाहर बताया था। मृतक दुबे के परिजनों ने जेपी अस्पताल के डाक्टर देव पुजारी पर लापरवाही का आरोप लगाया है कि उन्होंने ठीक से उन्हें देखा नहीं। टांके व पïट्टी लगाकर आघा घंटे में अस्पताल से छुïट्टी यह कहकर दे दी कि कोई खतरे की बात नहीं है। इधर, एमपी नगर पुलिस ने आरोपी हर्ष मीणा (27) के खिलाफ हत्या की धारा बढ़ा दी है। फिलहाल आरोपी हर्ष हत्या के प्रयास के मामले में जेल में है।

एमपी नगर पुलिस के अनुसार  7 अगस्त को  दोपहर एक बजे श्री दुबे वह नगर निगम कर्मियों के साथ ज्योति टाकीज से नो पार्किंग में खड़ी हर्ष मीणा की बाइक उठाकर लाए थे। एसआई ने हर्ष का छह सौ रुपए का चालान बनाया था। चालान कटवाने के बाद हर्ष ने क्राइम ब्रांच के मुख्य द्वार पर एसआई के पेट में चाकू मार दिया था। घटना के बाद गंभीर रूप से घायल एसआई को जेपी अस्पताल पहुंचाया गया था। जहां उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टर उन्हें घर भेज दिया था।

मृतक के बेटे सत्यम दुबे ने पत्रकारों को बताया कि जेपी से छुट्टी होने के बाद पिता शाहजहांनाबाद स्थित पुलिस लाइन में घर आ गए थे। अगले दिन उन्हें पेट में दर्द के साथ उल्टियां हुई। तबियत बिगड़ने पर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। दो दिन बाद उनका आपरेशन किया गया। डाक्टरों ने बताया कि उनकी आंते फट गई हैैं जिससे इंफेक्शन फैल रहा है। आपरेशन के बाद भी एसआई की तबियत में कोई सुधार नहीं हुआ। शाम को तबियत ज्यादा बिगडऩे पर स्टेवल करके उन्हें बंसल अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान शुक्रवार को उन्होंने दम तोड़ दिया। सत्यम ने जेपी अस्पताल के डाक्टर देव पुजारी पर लापरवाही का आरोप लगाया है कि यदि उनका शुरुआती इलाज ठीक तरीके से हो जाता तो उनकी जान बच सकती थी।

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