लेखक की कलम से

जिंदगी लाइव के कईं रंग …

एशिया की संस्कृति के खूबसूरत नगीनों को एक माला में पिरोते हुए एशियन लिटरेरी सोसायटी के फाउंडर श्री मनोज कृष्णन ने अगस्त माह में कईं ऑनलाइन नवाचार किए…..जिनमे से एक है “जिंदगी लाइव”।

एशियन लिटरेरी सोसायटी व श्री कृष्णन एशियाई देशों के साहित्य, कला व संस्कृति और कईं सामाजिक कार्यों में उत्कृष्ट योगदान दे रहें हैं।

कार्यक्रम का संचालन दिल्ली की श्रीमती अनिता चंद व राजस्थान से सुश्री अंकुरिता खजांची ने किया। श्रीमती चंद एक प्रसिद्ध कवयित्री , लेखिका व ALS की एडमिनिस्ट्रेटर हैं। इनके काव्य संकलन ‘मेरी अभिव्यक्ति’ ‘कुछ दिल ने कहा’ एवं ‘उन्मुक्त’ हिन्दी की बेहतरीन रंचानाएं हैं। सुश्री अंकुरिता हिन्दी व अंग्रेजी भाषाओं की कवयित्री व लेखिका हैं। इनका अंग्रेजी काव्य संग्रह ‘Our Togetherness’ हाल ही में प्रकाशित हुआ है।

 

जिंदगी लाइव सेशन- १ में श्रीमती अंजलि श्रीवास्तव ने अपनी काव्यांजलि से व श्रीमती मणि सक्सेना ने अपने मधुर गीतों से समा बांधा।

सेशंस-२ में सुश्री मीनल अग्रवाल ने कविता वाचन किया व श्रीमती हेमा एवं श्री राजीव श्रीवास्तव ने युगल गीत गाए।

सेशन-३ में श्रीमती सुरेखा साहू ने व्यंग कविताएं सुनाई व शास्त्रीय संगीत की प्रख्यात गायिका श्रीमती शिल्पी श्रीवास्तव के मधुर गीतों ने इस सुरमयी सम्मिलन में रंग भरे।

सेशन – ४ में डॉक्टर अर्चना टंडन ने कवितायें एवं फ़िल्मी नग़मों  से समा बांधा व श्रीमती उमा नटराजन जी ने कविताओं व लोक गीत के माध्यम से दर्शकों को जीवन के प्रति उत्साह बढ़ाने की प्रेरणा दी।

सेशन- ५ में श्रीमती गीता नवाने ने नेचुरोपैथी से जुड़े अहम बिंदुओं पर चर्चा की। और जिंदगी लाइव में रंग भरने आईं पंद्रह वर्षीय सुश्री माल्या सेठिया, इनके चित्र भी दर्शकों के सामने प्रदर्शित किए गए।

ज्ञातव्य है की एशियन लिटरेरी सोसायटी बाल कलाकारों को भी प्रोत्साहन देती रही है।

हम सभी रंगरेज़ ही तो हैं जो कला के बहुआयामी रंगो से जिंदगी के काग़ज़ पर कुछ खुशनुमा सा चित्रण करते चलते हैं। जिंदगी लाइव भी हिन्दी भाषा-भाषियों के लिए ऐसी ही एक मनोरम सौगात है।

 

©अनिता चंद, नई दिल्ली                 

 

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