लेखक की कलम से

हिंदी मेरी भाषा 

हिंदी मेरी मातृभाषा ,
हिंदी मेरी जान !

हिंदी के हम कर्मयोगी ,
हिंदी मेरी पहचान ,
हिंदी मेरी जन्मभूमि ,
हिंदी हमारी मान ,
हम हिंदी की सेवा करते है ,
हम जान उसी पे लुटाते है ,

हिंदी हमारी मातृभाषा ,
हिंदी हमारी जान !

है वतन हम हिंदुस्तान के ,
भारत मेरी शान ,
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा ,
हिंदी हमारी एकता ,
हिंदी में हम बस्ते है ,
हिंदी मेरी माता ,

हिंदी है हमारी मातृभाषा ,
हिंदी मेरी जान !

हिंदी मेरी वाणी ,
हिंदी मेरा गीत , ग़ज़ल ,
हिंदी के हम राही ,
हिंदी के हम सूत्रधार ,
हिंदी मेरी विश्व गुरु ,
हिंदी मेरी धरती माता ,

हिंदी है हमारी मातृभाषा ,
हिंदी मेरी जान !

©रुपेश कुमार चैनपुर, सीवान, बिहार

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