मुंगेली

बड़े पैमाने पर हो रही महुआ की तस्करी, लॉकडाउन के दौरान मुंगेली में ढाई लाख रुपए कीमती 48 क्विंटल महुआ पकड़ा गया

मुंगेली {अजीत यादव} । कोविड 19 के प्रकोप के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य के साथ किए गए लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानें भी बंद कर दी गईं हैं। इन दुकानों के बंद होने के बाद शराब की लत से मजबूर शराबियों ने महुआ शराब की खरीदी शुरू कर दी है। महुआ शराब वनांचल क्षेत्रों में ज्यादातर तैयार किया जाता है और इसकी बिक्री अवैध मानी जाती है।

महुआ शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए मुंगेली पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण के नेतृत्व में एडिशनल एसपी और लोरमी एसडीओपी ने बिलासपुर लोरमी मार्ग के पेंड्री तालाब चेक पोस्ट पर सघन जांच शुरू कर दी। इस दौरान बड़ी मात्रा में गाड़ियों में भरकर ले जाया जा रहा अवैध महुआ पकड़ा गया। पुलिस यह देखकर हैरान रह गई कि ट्रकों में भर-भर कर महुआ और महुआ लहान ले जाया जा रहा है।

असल में शराब की सप्लाई ना होने से पूरे क्षेत्र में महुआ शराब की मांग बढ़ चुकी है और अवैध रूप से महुआ शराब बनाने के लिए ही महुआ की आपूर्ति की जा रही है। अलग-अलग वाहनों से पुलिस को 48 क्विंटल महुआ बरामद हुआ। जिसकी कीमत ढाई लाख रुपए से भी अधिक बताई जा रही है। बिना किसी वैध कागज के इसका परिवहन करने वाले वाहनों के साथ पुलिस ने आरोपी सारधा लोरमी निवासी रामायण राजपूत, पंडरिया निवासी गणेश साहू और समहेपुर लोरमी निवासी रामायण ढीमर को हिरासत में ले लिया है।

पुलिस की कार्यवाही में मेटाडोर में 10 बोरियों में रखा 400 किलो, एक अन्य मेटाडोर में 20 बोरियों में रखा 800 किलो और माजदा में 90 बोरियों में रखा 3600 किलो महुआ मिला है। जाहिर है इतने बड़े पैमाने पर महुआ की तस्करी किए जाने से यह पुख्ता हो रहा है कि वनांचल में ही नहीं बल्कि अन्य क्षेत्रों में भी बड़े पैमाने पर महुआ का शराब तैयार कर उन्हें खपाया जा रहा है। पुलिस को अब शराब निर्माण के ठिकानों पर भी कार्यवाही करनी होगी। हालांकि लोरमी पुलिस की इस कार्यवाही में 48 क्विंटल महुआ पकड़े जाने से पूरे इलाके में यह चर्चा का विषय है, वही शराब तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।

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