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संकट टालने असंतुष्टों को मंत्री बनाने की तैयारी में कमलनाथ

भोपाल। मध्य प्रदेश में चल रहे सियासी संकट के बीच कमलनाथ मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द ही होने वाला है। दरअसल हाल ही में जो संकट उपस्थित हुआ था उसके पीछे कमलनाथ सरकार को समर्थन देने वाले विधायकों की उपेक्षा मुख्य कारण था। अब कमलनाथ आला कमान की सवीकृति के बाद बजट सत्र के बाद मंत्रीमंडल का विस्तार करेंगे।

एमपी विधानसभा का बजट सत्र 16 मार्च से शुरू हो रहा है। जो 13 अप्रैल को यह खत्म होगा। इसी सत्र के बीच 26 मार्च को तीन राज्यसभा सीटों के लिए वोटिंग है। दरअसल कामनाथ को सत्ता में आए हुए लगभग सवा साल हो चुके हैं और उस दौरान न तो मंडलों निगमों में न तो कोई नियुक्तियां ही हुई और न ही मंत्री मंडल का विस्तार हो पाया।

सूत्रों के मुताबिक नए लोगों को मंत्री बनाए जाने से कम से कम पांच मंत्रियों से इस्तीफा लिया जा सकता है। कुछ मंत्रियों ने एक दिन पहले हुए बैठक में संकट टालने के लिए अपने इस्तीफे की पेशकश की थी। इस बीच निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा बेंगलुरु से भोपाल पहुंचे। यहां पर उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी बेटी के इलाज के लिए बेंगलुरु में था।’ अगले कुछ दिन तक मंत्रियों को भोपाल में बने रहने को कहा गया है।

बताया जा रहा है की तीन निर्दलीय विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। वहीं बसपा और सपा के विधायकों को भी मंत्री बनाया जा सकता है जिनकी सम्भावनाएं ज्यादा हैं। उनमें रमाबाई सिंह, संजीव सिंह, राजेश कुमार शुक्ला शामिल हैं।

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