मुंगेली (अजीत यादव) । जनपद परिसर के बगल में बने सेड निर्माण में घोर लापरवाही के चलते अनियमितता की भेंट चढ़ गई। शासन के द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित करने के लिए फंड पंचायतों को जारी किया जाता है जिसका सदुपयोग कर ग्राम का विकास हो सके और ग्राम वासियों को इसका लाभ मिले लेकिन विडंबना है कि छत्तीसगढ़ के जिला मुंगेली कलेक्ट्रेट परिसर के सामने स्थित जनपद पंचायत का कार्यालय है जो कि ग्राम पंचायत करही में आता है। जहां स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि सेड निर्माण 2019, 14वें वित्त द्वारा स्वीकृत राशि 1,83,000 से निर्मित है जो आज की स्थिति में सेड में किए गए कांक्रीटीकरण धंस चुका है। बाउंड्री वाले दीवार में दरार हैं।
गुणवत्ताहीन निर्माण सामग्री का उपयोग कर वारे न्यारे किए गए। निर्माण के बाद तकनीकी सहायकों के द्वारा भौतिक सत्यापन किया जाता है फिर कार्यों के निर्माण राशि का भुगतान किया जाता है लेकिन यहां शासन के सभी नियमों को ताक पर रखकर सचिव सरपंच व तकनीकी सहायक की मिलीभगत से अनियमितता किया गया है इस परिषद में जनपद सीईओ का कार्यालय है जिसके बावजूद बिना डर भय के गुणवत्ताहीन निर्माण किया गया। जब जनपद कार्यालय स्थित ग्राम पंचायत में यह हाल है तो दूरस्थ ग्राम पंचायतों का हाल क्या होगा इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरपंच सचिव व तकनीकी सहायक का कार्य संदेहास्पद है। तकनीकी सहायक एम के पटेल से संपर्क करने पर संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने की बात कही गई।
दूसरे दिन तकनीकी सहायक ने पल्ला झाड़ते हुए सरपंच व सचिव द्वारा सीधे निर्माण राशि का आहरण करना बताया गया इस निर्माण का भौतिक सत्यापन नहीं कराए जाने की बात भी स्वीकारी। नंदराम यादव सचिव ग्राम पंचायत करही से संपर्क करने पर तकनीकी सहायक के पास संपूर्ण जानकारी होना बताया। सीईओ जनपद सुश्री निकिता मरकाम से इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि 14वें वित्त की राशि का बिना सत्यापन के आहरित नहीं किया जा सकता है। निर्मित सेड की फाइल की जांच करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।