धर्मलेखक की कलम से

कैसा रहेगा जन्म राशि के अनुसार आपके लिए आनेवाला वर्ष, चलिए देखते हैं …

मेष::— मेष राशि वालों के लिए 2021 अधिकांशतः शुभ फल प्रदान करेगा। वर्ष के शुरूआत में मंगल अपनी स्वराशि में गोचर कर रहा है। जिससे आपके अंदर एक ऊर्जा और शक्ति का संचार होगा। भाग्योन्नति होगी। दशम भाव में नीच भंग राजयोग बन रहा है, जिससे आपके व्यवसाय नौकरी में तरक्की होगा। दुसरे भाव का राहु पैतृक एवं स्थायी संपत्ति के मामलों में रूकावट या परेशानी पैदा कर सकता है। राहु के मंत्र का जाप करें। ऊं रां राहवे नमः।

वृषभ::— वृषभ राशि वालों को लगनस्थ राहु के कारण स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ़ हो सकती है। आपके स्वभाव एवं निर्णय लेने की क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। यद्यपि नवम भाव में शनि और गुरु के द्वारा नीचभंग राजयोग बनने से आपकी आमदनी में वृद्धि होगी। विदेश यात्रा हो सकती है या फिर विदेश से लाभ प्राप्त होगा। आंखों या पैरों में तकलीफ़ हो सकती है। मंगल के मंत्र का जाप करें। ऊं अं अंगारकाय नमः।

मिथुन::— मिथुन राशि वालों को शनि की ढैया चल रही है। द्वादश भाव में भी राहु गोचर कर रहा है। इसलिए व्यर्थ के खर्चें और दौड़-भाग लगी रहेगी। यद्यपि वर्तमान में एकादश भाव का स्वग्रही मंगल आय में वृद्धि करेगा। शनि की पूजा करें और हनूमान चालिसा का पाठ करें।

कर्क::— इस राशि वालों को सप्तम भाव में शनि और गुरु का नीचभंग राजयोग बनने से साझेदारी के कार्यों से लाभ प्राप्त होगा। जीवनसाथी से भी सहयोग एवं लाभ मिलेगा। एकादश भाव का राहु अप्रत्याशित लाभ दिलाएगा। पेट संबंधी तकलीफ़ हो सकती है। जमीन जायदाद से जुड़े कार्यों से लाभ प्राप्त होगा। जीवनसाथी को स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ़ हो सकती है। शनि की पूजा करें और हनूमान चालिसा का पाठ करें।

सिंह::— सिंह राशि वाले छठे भाव के शनि और गुरु से प्रभावित रहेंगे। रोग ऋण और शत्रु के पुराने मामले सिर उठा सकते हैं। दशम भाव का राहु व्यवसाय एवं नौकरी में बदलाव या परेशानी पैदा कर सकता है। विदेश यात्रा हो सकती है। गुरु के मंत्र का जाप करें। ऊं बृं बृहस्पतये नमः।

कन्या::– कन्या राशि वालों को विद्या एवं मान सम्मान की प्राप्ति होगी। विवाहित लोगों को संतान सुख प्राप्त होगा। विदेश यात्रा हो सकती है। हृदय संबंधी तकलीफ़ हो सकती है। मंगल के मंत्र का जाप करें। ऊं अं अंगारकाय नमः।

तुला::— तुला राशि वालों को शनि की ढैया चल रही है। इसलिए हर काम में देरी और अधिक भाग दौड़ होगी। लाटरी सट्टा आदि से लाभ प्राप्त होगा। कमर से नीचे के हिस्से में चोट या तकलीफ़ हो सकती है। शनि की पूजा करें और हनूमान चालिसा का पाठ करें।

वृश्चिक::— इस राशि वालों को लंबी यात्रा हो सकती है। दाम्पत्य जीवन में परेशानी होगी। भाई बहनों से सुख प्राप्त होगा एवं उनकी तरक्की होगी। शत्रु पर विजय प्राप्त होगी। रक्तचाप से प्रभावित रहेंगे। मंगल के मंत्र का जाप करें। ऊं अं अंगारकाय नमः।

धनु::— धनु राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती चल रही है। इसलिए वे पुरे वर्ष शनि से प्रभावित रहेंगे। ये उनकी साढ़ेसाती का आखिरी चरण है। इसलिए इसमें व्यर्थ की भागदौड़ और स्थान परिवर्तन होगा। रोग ऋण और शत्रु का नाश होगा। विद्या एवं संतान सुख प्राप्त होगा। शनि की पूजा करें और हनूमान चालिसा का पाठ करें।

मकर::– मकर राशि वालों को शनि की साढ़ेसाती चल रही है। स्वास्थ्य संबंधी तकलीफ़ झेलनी पड़ेगी। भुमि भवन वाहन सुख प्राप्त होगा। संतान को लेकर कोई चिंता हो सकती है। आंखों या पैरों में तकलीफ़ हो सकती है। शनि की पूजा करें और हनूमान चालिसा का पाठ करें।

कुंभ::– कुंभ राशि वालों को पिछले सालजनवरी महीने से शनि की साढ़ेसाती शुरू हो गई है। वे पुरे वर्ष शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित रहेंगे। अनावश्यक यात्राएं और धन व्यय होगा। पारिवारिक जीवन कलहपुर्ण रहेगा। परिवार से दूर रहना पड़ सकता है। नौकरी एवं व्यवसाय के सिलसिले में लाभदायक यात्राएं होंगी। शनि और राहु का उपाय करें।

मीन::— मीन राशि वालों को नववर्ष में अधिकांश शुभ फल प्राप्त होंगे। आय में वृद्धि होगी। अनेक यात्राएं होंगी। नौकरी एवं व्यवसाय में सफलता मिलेगी। हृदय संबंधी तकलीफ़ या रक्तचाप हो सकता है। राहु के मंत्र का जाप करें।

 

©पूनम पांडेय, धनबाद, 8002524653

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