जशपुरनगर । समाज कल्याण विभाग द्वारा जशपुरनगर के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी मीडियम स्कूल में जिला स्तरीय मद्य निषेध दिवस समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विधायक जशपुर विनय भगत द्वारा छत्तीसगढ़ महतारी व संत गुरू घासीदास की छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ कार्यक्रम का शुभांरभ किया गया। इस अवसर पर अपर कलेक्टर आई. एल. ठाकुर, उप संचालक समाज कल्याण सुचिता मिंज, सूरज चौरसिया, विद्यालय के प्राचार्य एवं अन्य स्टॉफ सहित स्कूली बच्चे उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरुआत में दृष्टिबाधित विद्यालय के बच्चों द्वारा स्वागत गीत एवं मद्यपान का त्याग करने हेतु गीत के माध्यम से मनमोहक प्रस्तुति दी गई। साथ ही कांसाबेल विकासखण्ड के गायन मंडली द्वारा भजन प्रस्तुत किया गया। मद्य निषेध दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में सभी स्कूली बच्चों को अतिथियों द्वारा मद्यपान के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई एवं विधायक भगत द्वारा स्कूली बच्चों सहित उपस्थित सभी लोगों को मद्यपान त्यागने, खुद नशा नहीं करने एवं दूसरों को भी नशा से दूर रहने के लिए प्रेरित करने का सामूहिक शपथ दिलाया गया।
विधायक भगत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सभी को गुरु घासी दास जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होंने गुरूघासी दास के जीवन का संक्षिप्त परिचय देते हुए कहा कि सभी को उनके बताए मार्गों एवं आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। भगत ने गुरु घासीदास की सभी मानव एक समान है। नशा, नाश का जड़ है जैसी शिक्षाओं को अपने जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने बच्चों को मद्यपान से होने वाले नुकसान के बारे में बताते हुए कहा कि मद्यपान का सेवन करने से व्यक्ति के साथ-साथ उसका पूरा परिवार भी प्रभावित होता है। उन्होंने शराब को समाज के पिछड़ेपन एवं पारिवारिक कलह की वजह बताई। विधायक भगत ने स्कूली बच्चों को स्थानीय सादरी भाषा में शराब पीने के दुष्प्रभाव एवं मद्य सेवन न करने का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि शराब पीने से शरीर का नाश होता है। इसलिए मद्यपान नहीं करना चाहिए। भगत ने स्कूली बच्चों को अच्छे से पढ़ाई करने, जीवन में कभी निराश न होने, अपनी कमजोरियों, गलतियों को समझकर सुधार करने एवं कड़ी मेहनत से अपने मंजिल को हासिल करने हेतु प्रेरित किया।
कार्यक्रम में उपसंचालक समाज कल्याण श्रीमती मिंज ने संत गुरु घासीदास के जीवन परिचय एवं आदर्शों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि संत गुरु घासीदास ने लोगों को मानवता का पाठ पढ़ाते हुए समाज मे फैली विषमताओं को दूर करने करने का कार्य किया।
उन्होंने मद्यपान से होने वाली हानियों के बारे में जानकारी देते हुए सभी बच्चों को शराब, सिगरेट, तम्बाकू सहित हर प्रकार के नशे के सेवन से दूर रहने का आग्रह किया। साथ ही सभी बच्चों को संत गुरु घासी दास के पद चिन्हों पर चलने हेतु प्रोत्साहित किया।