लखनऊ/उत्तरप्रदेश

मंदिर में चढ़ावे को लेकर आपस में भिड़े श्रद्धालु और सेवादार, मंदिर के पुजारियों व सेवादारों ने कृष्णानंद गुप्ता की जमकर की पुजाई …

वाराणसी। सावन का महीना आते ही मंदिरों में बढ़ती श्रद्धालुओं की भीड़ का असर दिखने लगा है। कई बार श्रद्धालु सोना-चांदी समेत कीमती पत्थर व मोटी राशि चढ़ावे में चढ़ाते हैं। नतीजतन कई बार पंडे- पुजारियों में बीच मारपीट तक की नौबत कई बार पहुंच जाती है। कुछ ऐसी ही नजारा वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में देखने को मिला। सप्तऋषि आरती से पहले दर्शन-पूजन को लेकर श्रद्धालु द्वारा चढ़ाए जा रहे कीमती सामान को लेकर सेवादार और श्रद्धालु के बीच जमकर मारपीट हो गई। मंदिर के अंदर मारपीट को देखकर अन्य श्रद्धालुओं में हड़कंप मच गया और मंदिर के सेवादारों व श्रद्धालु के बीच जमकर मारपीट हुई। सेवादारों व पंडितों ने श्रद्धालु कृष्णानंद गुप्ता की खातिरदारी करते हुए जमकर पूजाई भी की। श्रद्धालु ने इसकी शिकायत चौक थाने में की है।

श्रद्धालु ककरमत्ता के कृष्णानंद गुप्ता ने बताया कि वह गर्भगृह में दर्शन-पूजन करने पहुंचे। इस दौरान वे चढ़ावा कर रहे थे तो सेवादार ने हाथ खींचना शुरू कर दिया। रोकने पर वह धक्का देने लगा। विरोध करने पर मारपीट की गई। उधर मंदिर प्रशासन का कहना है कि गर्भगृह में सप्तर्षि आरती का समय हो रहा था। गर्भगृह को बंद कराया जा रहा था उसी समय दो दर्शनार्थियों का मंदिर के सेवादारों से विवाद हो गया। यही नहीं दर्शनार्थी को सेवादार मारने लगे। इस पर सभी सेवादारों ने मिलकर उस दर्शनार्थी के साथ जमकर मारपीट की और बलपूर्वक बाहर निकाला। सेवादारों ने मंदिर के सीईओ को पत्र लिखकर घटना से अवगत कराया है और पुलिस द्वारा पक्ष में सहयोग नहीं करने की शिकायत की गई है।

मंदिर के अंदर मारपीट को लेकर सेवादारों ने कहा, काशी विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह में शनिवार की शाम सप्तर्षि आरती का समय हो रहा था। गर्भगृह को बंद कराया जा रहा था उसी समय दो दर्शनार्थी द्वारा मंदिर के सेवादारों से विवाद कर लिया। यही नहीं दर्शनार्थी सेवादार को मारने लगे। इस पर सभी सेवादारों ने मिलकर उस दर्शनार्थी को बल पूर्वक बाहर निकाला। इस मामले में सेवादारों ने मंदिर के सीईओ को पत्र लिखकर घटना से अवगत कराया है और पुलिस द्वारा सहयोग न करने की शिकायत की गई है।

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