लखनऊ/उत्तरप्रदेश

मालखाने से 25 लाख चोरी होने के बाद थानों में रखा है करोड़ों के सोना-चांदी और कैश, पुलिस की हो रही रातों की नींद हराम …

आगरा । आगरा के थानों में करोड़ों का सोना, चांदी और कैश रखा हुआ है। पुलिस ने ये माल बदमाशों से बरामद किया है। आगरा के जगदीशपुरा थाने के मालखाने से 25 लाख रुपये चोरी होने के बाद जिले के अन्य थानों के मालखाना प्रभारियों के होश उड़ा दिए हैं। पुलिस को अब ना तो दिन में चैन है और ना ही रातों को नींद। पीड़ितों के पक्ष में अभी रिलीज नहीं हुआ है।

जुलाई में कमला नगर में आगरा की सबसे बड़ी डकैती पड़ी थी। बदमाशों ने मणप्पुरम गोल्ड फाइनेंस की ब्रांच में डाका डाला था। पुलिस घटना का खुलासा कर चुकी है। बरामद 12 किलोग्राम सोना और लाखों का कैश थाने के मालखाने में रखा है। शमसाबाद में फरवरी 2020 में सराफा दंपति हत्याकांड का खुलासा हुआ था। करीब पांच करोड़ रुपये का सोना बरामद हुआ था। माल शमसाबाद थाने के मालखाने में रखा है। जगदीशपुरा थाने में चार किलोग्राम से अधिक सोना रखा है। कोतवाली थाने के मालखाने में भारी मात्रा में चांदी रखी हुई है। यह तो चंद उदाहरण हैं। कोई थाना ऐसा नहीं है जिसके मालखाने में कैश, सोना और चांदी नहीं रखा हुआ है।

जगदीशपुरा थाने की वारदात ने अन्य थानों के मालखाना प्रभारियों को डरा दिया है। अभी तक कभी किसी को यह भय नहीं सताता था कि कैश चोरी हो सकता है। पहली बार यह खतरा सताया है। इससे पहले मालखाने से सिर्फ शराब गायब हुआ करती थी। उसका भी पुलिस ने तोड़ खोज रखा था। जीडी में तस्करा डाला जाता था कि चूहों ने बोतल गिराकर तोड़ दी। शराब फैल गई। चूहे शराब पी गए। कैश, सोना, चांदी के मामले में यह तस्करा काम नहीं करेगा। हाल ही पुलिस ने बड़ी संख्या में जुआरियों और सट्टोरियों को पकड़ा है। उनसे भी जो कैश बरामद होता है वह थाने के मालखाने में रहता है। पिछले दो साल में जितनी भी लूट और डकैती की बड़ी वारदातें हुई हैं उनमें अच्छी खासी बरामदगी हुई है। पुलिस यह कहकर माल रिलीज नहीं करती है यह केस प्रोपर्टी है। कोर्ट के आदेश पर रिलीज किया जाएगा। कोर्ट से आदेश कराने में पीड़ितों को समय लग जाता है। इसलिए माल लंबे समय तक थाने के मालखाने में रखा रहता है।

जगदीशपुरा थाने के मालखाने से कैश चोरी की वारदात हैरान कर देने वाली है। ऐसा नहीं है कि इससे पहले मालखाने से कभी कुछ गायब नहीं हुआ है। गायब तो हुआ है मगर इसका जिम्मेदार मालखाना प्रभारी को माना गया है। उसके खिलाफ गबन के मुकदमे लिखाए गए हैं। यह पहला मामला है जब चोरों ने सेंध लगाकर कैश चोरी किया है। 24 नवंबर 2018 को सिकंदरा थाने के शस्त्रागार से तीन रिवाल्वर और 76 कारतूस चोरी हुए थे। इस घटना का कुछ दिन बार खुलासा हुआ था। पुलिस ने एक युवक को पकड़ा था। वह पुलिस कर्मियों का ही मुखबिर था। पुलिस ने यह बताया था कि युवक मोबाइल खोने का मुकदमा लिखाने आया था। पुलिस कर्मियों ने उसे भगा दिया। इसलिए सबक सिखाने के लिए मौका मिलते ही उसने रिवाल्वर और कारतूस चोरी कर लिए थे।

मालखाने में चोरी किसने की। किस समय वारदात हुई। यह पता लगाने के लिए अधिकारी सीसीटीवी की रिकार्डिंग चेक करा रहे हैं। प्रारंभिक छानबीन में यह पता चला है कि चोर मालखाने में पीछे के दरवाजे को तोड़कर घुसे थे। उस तरफ सीसीटीवी कैमरा नहीं है। पुलिस बाहर सड़क पर दुकानों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग भी देख रही है।

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