छत्तीसगढ़बिलासपुर

तोलाराम रेलवानी का 2023 के चुनाव के लिए शहर में लग गए बैनर, समर्थन देने समाज की बैठक भी ….

बिलासपुर। 2018 में निर्दलीय विधानसभा चुनाव लड़ने वाले तोलाराम रेलवानी अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गए हैं। चुनावी बैनर लगाकर लोगों से एक बार और कोशिश करने की बात कह रहे हैं। बिलासपुर में सिंधी समाज के लगभग 25 हजार वोटर्स हैं। बताया जा रहा है कि सिंधी समाज की बैठक भी चुनाव को लेकर दो बार हो चुकी है। परंपरागत रूप से भाजपा को समर्थन देने वाले सिंधी समाजी के लोगों की नाराजगी यह है कि भाजपा ने समाज के हित में कभी काम नहीं किया।

2018 के विधानसभा चुनाव में चार बार के विधायक रहे अमर अग्रवाल यहां से चुनाव हारे तब उनके पराजय का कई कारण गिनाए गए उसमें एक कारण सिंधी समाज का विरोध भी था। सिंधी समाज के लोग पहली बार भाजपा के खिलाफ में थे तब समाज को मेनेज करने का भी सार्थक प्रयास नहीं किया गया। मूलत: कांग्रेसी तोलाराम रेलवानी का सिंधी समाज में अच्छी पकड़ है। उस चुनाव में रेलवानी को वोट भले ही कम मिला मगर अमर अग्रवाल का खेल बिगाड़ने में वे कामयाब रहे।

सिंधी समाज के लोग 2018 के चुनाव में पूरी तरह से तोलाराम रेलवानी के पक्ष में नहीं थे मगर अब बताया जा रहा है कि समाज के लोगों ने 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर दो बार बैठक कर चुके हैं। समाज के लोगों का कहना है कि बिलासपुर में 25 हजार वोटर्स हैं मगर भाजपा से सम्मानजनक पद-प्रतिष्ठा नहीं मिली। अब तोलाराम रेलवानी को यह भरोसा दिया गया है कि आने वाले चुनाव में समाज के लोग एकजुट होकर वोट और सपोर्ट करेंगे। पिछले चुनाव में सीटी छाप से चुनाव लड़ चु़के रेलवानी अब लोगों को अपने बैनर के माध्यम से सीटीवाला के रूप में अपना परिचय दे रहे हैं।

शहर के कुछ जगहों में इनका बैनर लग चुका है। तोलाराम रेलवानी का कहना है कि समाज के अलावा शहर के लोगों का भी अब मुझे समर्थन मिलेगा। पिछले चुनाव में लोगों को भरोसा नहीं था कि मैं चुनाव मैदान में रहूंगा मगर अब अभी से अपनी सक्रियता दिखाकर यह विश्वास दिलाने का प्रयास कर रहा हूं कि शहर के लोगों के वोट को मैं व्यर्थ नहीं नहीं जाने दूंगा।

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