छत्तीसगढ़बिलासपुर

कोरोना जागरूकता अभियान संवाद कार्यक्रम में बिलासपुर महापौर रामशरण यादव, सभापति नजीरुद्दीन शेख, कमिश्नर प्रभाकर पांडे ने अनुभव साझा कर दी जानकारी …

बिलासपुर। कोरोना जागरुकता अभियान संवाद कार्यक्रम में बिलासपुर नगर निगम महापौर रामशरण यादव, नगर निगम सभापति नजीरुद्दीन शेख, नगर निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडे ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कोरोना से बचने के बारे में जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने यह भी बतया कि जब उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तब उन्होंने क्या किया और कैसे शासन की गाइडलाइन का पालन करते हुए खुद को इससे बाहर निकाला। आज वे स्वस्थ हैं और दूसरों को इससे बचने की जानकारी भी दे रहे हैं। इसी क्रम में नगर निगम महापौर रामशरण यादव, सभापति नजीरुद्दीन शेख, कमिश्नर प्रभाकर पांडे ने पत्रकारों से अपने अनुभव साझा किए।

कोरोना जागरूकता अभियान संवाद कार्यक्रम में निगम सभापति नजीरुद्दीन शेख ने कहा कि कोरोना से डरना नहीं है बल्कि इससे डट कर लड़ना है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ ‘पत्रकारिता’ ने लोगों को न सिर्फ कोरोना के प्रति आगाह किया बल्कि इससे लड़ने विभिन्न लेखों का प्रकाशन कर लोगों को जागरूक करने का काम भी किया। इससे लोगों में संक्रमण कम तेजी से फैला और कठिन परिस्थिति में काम करते हुए पत्रकारों ने खुद को बचाए रखा। उन्होंने खुदको क्वारैंटाइन किए जाने के किस्से भी लोगों से साझा किए।

इसके बाद निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडे ने कोरोना जागरूकता अभियान संवाद कार्यक्रम में बताया कि जब उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई तब वे थोड़ घबरा गए। उन्होंने बताया कि कोरोना होने के पूर्व और कोरोना होने के बाद की स्थिति में अंतर होता है। कोरोना होने के पूर्व हम इसे काफी हल्के में लेते हैं और लापरवाही करने लगते हैं। यही लापरवाही कोरोना संक्रमण को आमंत्रित करती है। मुझे संक्रमण होने के बाद मेरे परिवार का भी टेस्ट कराया गया। टेस्ट में मेरी मां व पत्नी की रिपोर्ट पॉजिटिव आया। जबकि मेरा 4 साल का बेटा व मेरे छोटे भाई की रिपोर्ट नेगेटिव आई।

मेरा बेटा मेरे साथ बिस्तर पर सोता है, और रिपोर्ट पॉजिटिव आने के एक दिन पहले तक वह मेरे साथ खेलता रहा। बावजूद इसके उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई। यह बहुत ही सुखद और चौंकाने वाली खबर थी। विशेषज्ञों से पूछने पर बताया कि 0 से 16 साल तक के बच्चों में कोरोना से लड़ने की क्षमता है। वहीं इनमें इम्युनिटि पॉवर का भी विकास हुआ है। जिसकी वजह से कोरोना का लड़ने में वे कामयाब हैं।

कोरोना जागरूकता अभियान संवाद कार्यक्रम में निगम कमिश्नर प्रभाकर पांडे ने कहा कि अभी तक जिन लोगों को कोरोना संक्रमण नहीं हुआ है वे अपनी सतर्कता व दृढ़ इच्छा शक्ति के कारण बचे हुए हैं। आप जैसा सोचोगे उसका असर आप पर होगा। आपकी सोच का कोरोना संक्रमण पर बहुत ही तेज असर होता है। इसलिए सोच पॉजिटिव रखें। मास्क लगाने, सेनेटाइजर करने व फिजिकल डिस्टेंसिंग का सही तरीके से पालन करने से आप कोरोना संक्रमण से 99% तक बच सकते हैं। इस दौरान उन्होंने अपने निजी अनुभव साझा किए और कोरोना की इस जंग में मीडिया के सहयोग व उनके कार्य को बहुत महात्वपूर्ण बताया।

नगर निगम महापौर रामशरण यादव ने कार्यक्रम का संबोधित करते हुए बताया कि सभापति नजीरुद्दीन शेख की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद हमने निगम में जांच शिविर लगवाया और एक दिन पूर्व तक जो भी लोग हमारे साथ थे उनका कोरोना टेस्ट करवाया। कोरोना टेस्ट में मेरा, मेरे ड्राइयवर सहित और कुछ साथियों की रिपोर्ट पॉजिटिव थी।

इसके अलावा अतिथियों ने बताया कि संक्रमण होने या इसका अहसास होने पर आप सीधे कोरोना जांच करवाएं न कि किसी डॉक्टर के पास जाएं और सिटी स्कैन करवाएं। अभी तक जितनी भी मौतें हुईं हैं उनमें प्रमुख कारण इलाज में देरी होना है।

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