छत्तीसगढ़बिलासपुर

52 प्रशिक्षु वनकर्मियों ने किया कानन पेण्डारी का भ्रमण, जू प्रबंधन की ली जानकारी…

बिलासपुर। कानन पेण्डारी में बुधवार को 52 प्रशिक्षु वनकर्मी पहुंचे। जहां उन्हें जू प्रबंधन की बारीकी और वन्य प्राणियों की रखरखाव की जानकारी दी गई। इसके अलावा जू का भ्रमण कराते हुए पर्यटकों के लिए उपलब्ध सुविधाओं के बारे में विस्तार से बताया गया।

गौरतलब है कि कानन पेंडारी जू के साथ रेस्क्यू सेंटर और प्रशिक्षण केंद्र भी है। प्रशिक्षण केंद्र इसलिए, क्योंकि यहां वन्य प्राणी से लेकर हरियाली है। जंगल वन्य प्राणियों का रहवास है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद जब वनकमियों की पदस्थापना होगा। उन्हें जंगल में ही ड्यूटी करनी है। यदि वे विभाग के सभी कार्यों को जानते होंगे तो बेहतर वनरक्षक बनेंगे। इसलिए प्रशिक्षण केंद्र में पहुंचने के बाद अलग- अलग जगहों का शैक्षणिक भ्रमण कराया जाता है।

इसी के तहत उन्हें अचानकमार टाइगर रिजर्व का भ्रमण कराया गया। यहां से उन्हें कानन पेंडारी जू भेजा गया। जू प्रबंधन को पहले ही इसकी जानकारी थी। लिहाजा उनके पहुंचने के बाद सबसे पहले कानन पेंडारी जू के इतिहास के बारे में बताया गया। इस जानकारी के बाद उन्हें बाघ, तेंदुआ, हिप्पोपोटामस समेत शाकाहारी वन्य प्राणियों के केज में ले गए।

सभी वन्य प्राणियों के आहार, केज की व्यवस्था को जानने के बाद उन्हें यह भी बताया गया कि पर्यटकों के लिए जू में किस तरह की व्यवस्थाएं की गईं है। केज व जू परिसर में काम करने वाले जूकीपर्स के कार्यों के बारे भी विस्तृत जानकारी दी गई। इस दौरान प्रशिक्षु वनकर्मियों के मन में जो भी जिज्ञासा थी, उसे में अधिकारियों ने शांत किया। यह शैक्षणिक भ्रमण दो घंटे का था। इसके बाद वे लौट गए।

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