छत्तीसगढ़

सदियों से परंपरा का नि:स्वार्थ निर्वहन कर रहे हैं ये

रायपुर

संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि किसी के सुख-दुख में साथ खड़े रहना एक सभ्य समाज की पहचान है। सेन समाज उन्ही में से एक है। सदियों से ये परंपरा का नि:स्वार्थ निर्वहन कर रहे हैं। सनातन धर्म में सेन समाज का महत्वपूर्ण स्थान रहा है। ये बातें अग्रवाल ने राजधानी रायपुर के दीनदयाल उपाध्याय आॅडिटोरियम में आयोजित सेन समाज के संवाद कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कही। उनके द्वारा संत शिरोमणि सेन महाराज के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया।

अग्रवाल ने कहा कि सनातन धर्म में सेन समाज के बगैर कोई भी सामाजिक कार्य संभव नहीं होता है। बच्चों के जन्म से लेकर विवाह एवं मृत्यु संस्कार तक सेन समाज की महत्वपूर्ण भूमिका है। विभिन्न सामाजिक कार्यक्रमों में अनेक  परिवारों को एक साथ लाने में, उनको निमंत्रण देने के लिए सेन समाज के लोगों को ही भेजा जाता है और वे आज भी अपने दायित्वों का सेवा भाव निर्वहन कर रहे है। उन्होंने कहा कि जो समाज संगठित होता है उसे आगे बढ?े से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने सेन समाज से आह्वान किया कि समाज की भलाई के लिए एक ट्रस्ट बनाएं, जिसका उपयोग कल्याणकारी कार्यों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी और सामाजिक कार्यों में किया जा सके। ऐसा करने से समाज आगे बढ़ेगा।

संस्कृति मंत्री ने सेन समाज से 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला प्राण प्रतिष्ठा के पावन अवसर पर पूरे देश में एक बार फिर से दिवाली जैसा उत्सव मनाने का आग्रह किया। कार्यक्रम में वैशाली नगर विधायक श्री रिकेश सेन का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में सर्वश्री लक्ष्मी नारायण, भूपेंद्र शंकर, बल्लू शंकर, प्रहलाद गंगाराम, लुका कौशिक समेत प्रदेशभर से आए समाजिक बंधु मौजूद रहे।

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