बिलासपुर

पार्षद का चुनाव लड़ रहे शेख गफ्फार ने कहा- बगैर प्लानिंग से शहर हुआ बर्बाद, अब हम बनाएंगे बिलासपुर को सुंदर शहर

बिलासपुर {प्रमोद शर्मा}। पूर्व बीडीए अध्यक्ष शेख गफ्फार का कहना है कि पिछले 15 सालों में बिलासपुर शहर का विकास बगैर प्लानिंग के किया गया। इसलिए सीवरेज, पीने का पानी सहित कई तरह की समस्याओं से शहर के लोगों को जूझना पड़ रहा है। बिलासपुर में कांग्रेस का मेयर बनने के बाद अब के बदले हुए स्वरूप में प्लानिंग किया जाएगा। गफ्फार भाई वार्ड क्रमांक 29 से पार्षद का चुनाव लड़ रहे हैं। वार्ड में लोगों का कहना है कि हम पार्षद नहीं महापौर का चुनाव कर रहे हैं।

शेख गफ्फार एक ऐसा नाम है जिसे युवा वर्ग से लेकर बुजुर्ग तक सभी जानते और पहचानते हैं। जिन्दादिली स्वाभाव उनकी पहचान है। सत्ता में रहे तो या न रहे तो हमेशा एक जैसा व्यवहार रखना उनकी खासियत है। वे 1996 में बीडीए के चेयरमैन रहे। उस समय उनके साथ विजय पांडे और तुकाराम नागदौने उपाध्यक्ष हुआ करते थे। बीडीए अध्यक्ष के रहते कई योजनाओं को उन्होंने मूर्तरूप दिया। इसमें व्यापार विहार को व्यवस्थित ढंग से बसाहट भी उनकी एक उपलब्धि है। नगर निगम में वे इसके पहले पार्षद भी रहे फिर बाद में अपने और आसपास के वार्डों से अपने लोगों को चुनाव जीताते रहे। लंबे अंतराल के बाद फिर से चुनाव लड़ने का मौका मिला है। उनका कहना है कि कांग्रेस के नेताओं और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर वे यह चुनाव लड़ रहे हैं। अभी तो प्राथमिकता यही है कि कांग्रेस के सभी पार्षद चुनाव जीत जाएं। मेयर किसे बनाना है इसे पार्टी को तय करना है। बिलासपुर शहर को मैं ठीक तरह से जानता समझता हूं। बीडीए का अध्यक्ष रहा हूं। महापौर का चुनाव भी लड़ा इसलिए मुझे बिलासपुर के सभी वार्डों के बारे में समझ है कि कहां किस तरह की समस्या है। मैं वार्ड से लेकर शहर में पिछले 30 सालों से सतत रूप से लोगों से जुड़ा हुआ हूं।

बिलासपुर शहर में पानी की समस्या नहीं होनी थी लेकिन अब कई वार्डों में यह गंभीर समस्या है। बरसाती पानी और सीवरेज को पिछले 15 सालों में भाजपा सरकार के दौरान समस्या बनाकर रखा गया है। बगैर प्लानिंग के बिलासपुर में विकास करने की कोशिश की गई। इसी का परिणाम है कि सीवरेज बिलासपुर में न पूर्ण हो पाया और न सफल होते दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि पानी की समस्या अब आने वाले दिनों में अमृत मिशन योजना से समाप्त हो जाएगी। इसके बाद भी जहां कहीं भी पीने के पानी की समस्या रहेगी उसे दूर किया जाएगा।

गफफार भाई ने कहा कि अब वार्ड का स्वरूप बदल गया है। वार्ड का परिसीमन भी गलत ढंग से हो गया। यह वार्ड अब भारतीय नगर से प्रारंभ होकर व्यापार विहार और रेलवे का कुछ हिस्सा तारबाहर, विनोबा नगर होकर बना है। वार्ड में प्रचार के दौरान कहीं भी ऐसा नहीं लग रहा है कि मैं नया हूं और मेरे मतदाता मेरे लिए अनजान हैं। सभी को मैं जान रहा हूं और सभी मतदाता मुझे पहचान रहे हैं। यही लाभ इस चुनाव में देखने को मिला है। कांग्रेस के प्रति लोगों का रूझान है। प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है। इसलिए लोग चाह रहे है कि नगर निगम में भी कांग्रेस की सरकार बने। उन्होंने इस बात को स्वीकार किया कि वार्ड में जब वे प्रचार में जा रहे हैं तब लोग यह कह रहे हैं कि हम पार्षद नहीं महापौर चुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह वार्ड के लोगों की भावना है। इसमें मैं कुछ नहीं कर रहा हूं। मेयर चुनने का काम पार्टी का है। अभी तो हम इस प्रयास में लगे हैं कि सभी वार्डों से कांग्रेस की जीत हो जाए। बिलासपुर शहर में टिकट वितरण को लेकर असंतोष होने जैसी बात पर कहा कि थोड़ा बहुत असंतोष है लेकिन सभी लगे हुए हैं कि पार्षद कांग्रेस का निर्वाचित हो।

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