नई दिल्ली

ममता बनर्जी के गोत्र बताने के बाद ओवैसी का हमला, पूछा- मेरे जैसे लोगों का क्या जो शांडिल्य नहीं और ना ही जनेऊधारी हैं …

नई दिल्ली (पंकज यादव) । पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज की वोटिंग से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना गोत्र बताया, जिसके बाद विपक्षी दलों ने हमला करना शुरू कर दिया। बीजेपी और केंद्रीय मंत्रियों के निशाना साधने के बाद एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी हमला किया है। ओवैसी ने पूछा है कि आखिर उन जैसे नेता क्या करें जो शांडिल्य नहीं हैं और जनेऊधारी भी नहीं हैं।

ओवैसी ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा, ”मेरे जैसे लोगों को क्या होना चाहिए जो शांडिल्य या जनेऊधारी नहीं हैं, देवताओं के भक्त नहीं हैं, चालीसा या किसी चीज का पाठ नहीं करते हैं? हर पार्टी को लगता है कि उसे जीतने के लिए अपनी हिंदू साख दिखानी होगी। अनैतिक, अपमानजनक और यह सफल भी नहीं होगा।”

दूसरे फेज के मतदान के लिए चुनावी कैंपेन के आखिरी दिन ममता बनर्जी ने एक रैली में अपना गोत्र बताया था। उन्होंने कहा था कि उनका गोत्र शांडिल्य है, लेकिन उन्होंने कई जगह मां-माटी-मानुष बताया है। मुख्यमंत्री ने कहा था, ”दूसरे फेज के कैंपेन के दौरान मैंने एक मंदिर का दौरा किया, जहां पर पुजारी ने मुझसे मेरा गोत्र पूछा। मैंने उन्हें- मां-माटी-मानुष बताया। यह मुझे उसकी याद दिलाता है, जब मैं त्रिपुरा के त्रिपुरेश्वरी मंदिर गई थी और वहां पर भी पुजारी ने मुझसे मेरा गोत्र पूछा था। उस दौरान भी मैंने मां-माटी-मानुष ही बताया था। वास्तव में मेरा गोत्र शांडिल्य है।”

केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता गिरिराज सिंह ने ममता बनर्जी पर पलटवार करते हुए कहा था कि हार की वजह से ममता अपना गोत्र बता रही हैं। उन्होंने कहा, ”दीदी, मुझे यह बताइए कि क्या शांडिल्य गोत्र रोहिंग्याओं और घुसपैठियों को भी मिल जाता है। अब वह डर गई हैं, इस वजह से कभी शुभेंदु अधिकारी जैसे बीजेपी नेताओं पर हमला बोलती हैं तो कभी अपने गोत्र का इस्तेमाल करती हैं।”

पश्चिम बंगाल में आठ फेज में इलेक्शन हो रहे हैं। पहले फेज के लिए वोटिंग 27 मार्च को हो चुकी है, जबकि दूसरा फेज एक अप्रैल को होगा। इसी फेज में राज्य की सबसे बड़ी वीआईपी सीट नंदीग्राम विधानसभा में भी वोटिंग होनी है। नंदीग्राम में ममता बनर्जी का सामना उनके कभी करीबी रहे और वर्तमान समय में बीजेपी के उम्मीदवार शुभेंदु अधिकारी से होगा। 29 अप्रैल को वोटिंग का अंतिम फेज खत्म होने के बाद दो मई को सभी राज्यों के नतीजों का ऐलान किया जाएगा।

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