छत्तीसगढ़बिलासपुर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की कोशिशों पर पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने फेरा पानी, टर्मिनल बिल्डिंग का एक दिन में होना था टेंडर का काम, लगा दिए 25 दिन ….

बिलासपुर । बिलासा देवी केंवट चकरभाठा एयरपोर्ट में नाइट लैंडिंग और टर्मिनल बिल्डिंग का होने वाले काम के लिए हो रही देरी से आम लाेगों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। देरी के लिए पीडब्ल्यूडी के अफसर भी बहुत हद तक जिम्मेदार हैं। टर्मिनल बिल्डिंग का काम दो करोड़ की राशि से होना है। कार्यपालन अभियंता कार्यालय को 20 लाख, अधीक्षण अभियंता कार्यालय को 2 करोड़ और चीफ इंजीनियर कार्यालय को 5 करोड़ तक टेंडर करने का अधिकार है।

बिलासपुर चकरभाठा एयरपोर्ट के विकास के लिए पीडब्ल्यूडी के अफसर सीएम की कोशिशों पर भी पानी फेरते नजर आ रहे हैं। जिस काम में महज एक दिन लगना था, उसे भी 25 दिन में निपटाया जा रहा है। टर्मिनल बिल्डिंग का टेंडर अंतत: खोल दिया गया है। लगातार होने वाली देरी का असर एयरपोर्ट के विकास पर पड़ रहा है।

इससे ऊपर की राशि का टेंडर शासन स्तर पर होता है। नाइट लैंडिंग के लिए टेंडर शासन स्तर पर प्रक्रियाधीन है, जबकि टर्मिनल बिल्डिंग का टेंडर बुधवार को खोला गया। इसके पूर्व अधीक्षण अभियंता कार्यालय ने पिछले 25 दिनों से फाइल अपने पास रखा था और टेंडर के लिए कार्यपालन अभियंता कार्यालय से बार-बार पत्र व्यवहार कर समय काटा जा रहा था।

इधर, दोनों ही कामों के लिए लगातार हो रही देरी से नाराजगी बढ़ता देख अधीक्षण अभियंता कार्यालय ने आखिरकार टेंडर खोल दिया। जिस टेंडर को खोलने के लिए सिर्फ 1 दिन लगना था, उसमें 25 दिन लग गए।

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