नई दिल्ली

मोदी सरकार ने बिना चर्चा के पास किया कृषि कानून, राहुल गांधी ने कहा- संसद में विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता …

नई दिल्ली (पंकज यादव) । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने असम के दिगबोई में शनिवार को चुनावी रैली करते हुए बीजेपी और मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाया कि उन्हें (विपक्ष को) संसद में बोलने नहीं दिया जाता है। राहुल गांधी ने कहा, ”बिना किसी चर्चा के कृषि कानून पास किए गए। वे हमें संसद में बोलने नहीं देते हैं। हालांकि, हम खड़े रहेंगे और आपका बचाव करते रहेंगे। एक भी कदम पीछे नहीं हटेंगे।” 

मालूम हो कि मोदी सरकार ने पिछले साल संसद के दोनों सदनों से तीन नए कृषि कानूनों को पारित किया था, जिसके बाद यह कानून बन गया। हालांकि, किसानों ने इन कानूनों का जमकर विरोध किया। पिछले तकरीबन 4 महीनों से किसान कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं और कानूनों को रद्द करने व एमएसपी पर कानून बनाए जाने की मांग कर रहे हैं।

प्राइवेटाइजेशन पर राहुल गांधी ने कहा कि निजीकरण की अपनी जगह है लेकिन जहां पर पब्लिक सेक्टर इफेक्टिव काम कर रहा है, समाज के लिए रोल प्ले का काम कर रहा है उसे निजीकरण करने की क्या जरूरत है। उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आप कॉम्पिटिशन लाना चाहते हैं तो लाइए, लेकिन जो मजबूत पब्लिक सेक्टर कंपनी है उसे क्यों डिस्टर्ब कर रहे।

वहीं, असम के तिनसुकिया में आईओसी रिफाइनरी में कर्मचारियों के साथ बातचीत करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि देश में रोजगार छोटे बिजनेस, कंपनी और किसान देते हैं और इन सब पर मोदी ने आक्रमण किया है, पहले नोटबंदी की उसके बाद जीएसटी, इन सबका लक्ष्य हिंदुस्तान की रीढ़ की हड्डी को तोड़ने की है।

उधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को आरोप लगाया कि मोदी सरकार देश में बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी बढ़ाने के साथ अपने ‘मित्रों की कमाई बढ़ा रही है। उन्होंने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, ”इस सरकार ने क्या बढ़ाया? बेरोज़गारी, महंगाई, ग़रीबी और सिर्फ़ मित्रों की कमाई।” कांग्रेस नेता ने जो खबर साझा की है उसमें कहा गया है कि कोरोना महामारी के बाद देश में 3.3 करोड़ से अधिक मध्य वर्ग से लोग गरीबी रेखा से नीचे पहुंच गए हैं।

 

Back to top button