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पंजाब में छुट्टी वाले दिन सभी तहसीलों और सब-तहसीलों में इंतकाल के पैंडिंग (लम्बित) पड़े मामले निपटाने के लिए विशेष कैंप लगाए गए, नया रिकॉर्ड

चंडीगढ
पंजाब में छुट्टी वाले दिन सभी तहसीलों और सब-तहसीलों में इंतकाल के पैंडिंग (लम्बित) पड़े मामले निपटाने के लिए विशेष कैंप लगाए गए। इन कैंपों के दौरान इंतकाल के लम्बित पड़े 31,538 मामले निपटाए गए हैं। एक दिन में इतने इंतकाल दर्ज करने का यह नया रिकॉर्ड है। राजस्व मंत्री ब्रम शंकर जिम्पा ने ख़ुद होशियारपुर, फगवाड़ा, फिल्लौर, लुधियाना पूर्वी, लुधियाना पश्चिमी और शहीद भगत सिंह नगर तहसीलों का दौरा करके कामकाज का जायज़ा लिया। इस मौके पर उन लोगों के साथ बातचीत करके आ रही समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी जारी किए। राजस्व मंत्री ने बताया कि जिन लोगों के इंतकाल के मामले पैंडिंग पड़े थे। उन्होंने संबंधित तहसील/सब-तहसील में पहुँच कर इंतकाल से सम्बन्धित आ रही समस्या का मौके पर समाधान करवाया।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार लोगों की परेशानियां घटाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहाकि राजस्व विभाग में यदि किसी भी स्तर पर लोगों को अपने कार्य करवाने में कोई दिक्कत आती है तो मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा इस संबंधी हेल्पलाइन नंबर 8184900002 जारी किया हुआ है, जिस पर लिखित शिकायत वाट्सऐप की जा सकती है। एनआरआई अपनी लिखित शिकायतें 9464100168 नंबर पर भेज सकते हैं।

जिक़्र योग्य है कि राजस्व मंत्री आने वाले दिनों में तहसील दफ्तरों का औचक दौरा कर कामकाज की समीक्षा करेंगे, जिससे लोगों को प्रशासनिक कार्य करवाने में कोई दिक्कत न आए। कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भी होशियारपुर तहसील का दौरा करके लोगों को पारदर्शी और परेशानी रहित सेवाएं देने की प्रतिबद्धता दोहरायी थी। उन्होंने अपील की कि पंजाब से भ्रष्टाचार ख़त्म करने के लिए लोग सरकार का साथ दें और किसी भी जायज कार्य के लिए किसी भी अधिकारी/कर्मचारी को कोई रिश्वत न दी जाए और यदि राजस्व विभाग का कोई अधिकारी/कर्मचारी किसी कार्य के बदले पैसा माँगता है तो बेझिझक होकर इसकी शिकायत की जाए। दोषी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।

किस जिले में कितने इंतकाल दर्ज हुए:
सबसे ज़्यादा 6265 इंतकाल लुधियाना जिले में दर्ज किए गए। इसके बाद गुरदासपुर जिला दूसरे स्थान पर रहा जहाँ 2806 इंतकाल हुए। पटियाला में 1818, कपूरथला में 883, फ़तेहगढ़ साहिब में 667, तरन तारन में 693, बठिंडा में 543, फरीदकोट में 525, फिऱोज़पुर में 971, मोगा में 838, होशियारपुर में 2686, जालंधर में 1718 और मानसा में 646 इंतकालों का निपटारा किया गया। अमृतसर जिले में 1324, शहीद भगत सिंह नगर जिले में 537, श्री मुक्तसर साहिब में 768, साहिबज़ादा अजीत सिंह नगर में 1943, पठानकोट में 814, बरनाला में 567, रूपनगर में 1326, मलेरकोटला में 713, संगरूर में 1093 और फाजि़ल्का में 894 इंतकाल दर्ज किए गए हैं।

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