छत्तीसगढ़पेण्ड्रा-मरवाही

मरवाही उपचुनाव के पूर्व बिखरती कांग्रेस पेंड्रा के बाद गौरेला ब्लॉक में कांग्रेस नेताओं की आपस में भिड़ंत…..

गौरेला (आशुतोष दुबे)।   यह तो विदित है कि अजीत जोगी की मृत्यु के बाद मरवाही विधानसभा सीट खाली हो चुकी है और इस सीट को तीनों प्रमुख दल अपने अपने कब्जे मे रखने के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। इसी क्रम में सत्ता धारी कांग्रेस पार्टी ने पंद्रह दिनों के अंदर मरवाही क्षेत्र में 5 मंत्रियों का दौरा करा कर सियासी पारा गर्म कर दिया है।मरवाही उपचुनाव के पूर्व ही राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही का प्रभारी मंत्री बना कर संगठन में कसावट लाने के लिए अस्त्र भी छोडा है।

पंद्रह दिनों के भीतर प्रभारी मंत्री का कई बार दौरा होना इस बात का संकेत है कि कांग्रेस यह चुनाव हर हाल में जीतना चाहेगी। प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने मरवाही विधानसभा के लोगों की आम समस्या के निवारण के लिए चाय चौपाल चलाने का निर्देश दिया है। जिसमे सभी ग्रामीणों से आवेदन लेकर उनकी समस्याओं का 15 दिन के अंदर निराकरण भी करना है। पर चाय चौपाल के शुरुआत के पहले ही पेंड्रा में जिला कांग्रेस कार्यालय में डॉ महंत के फोटो को लेकर कांग्रेस के पदाधिकारीआपस में भिड गए थे। पेंड्रा के बाद अब गौरेला ब्लॉक में भी कांग्रेसी आपस मे भीड़ गए।

खबर कल की चाय चौपाल की है जहां गौरेला ब्लॉक के गांगपुर, हर्री मे चाय चौपाल का आयोजन चल रहा था। जिसका जिलाध्यक्ष मनोज गुप्ता ने औचक निरीक्षण किया। वहां पर उन्होंने देखा कि ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गौरेला जिनको चाय चौपाल का प्रभारी बनाया गया था वह कार्यक्रम स्थल पर ही नहीं पंहुचे हैं। लोगों तक फार्म भी नहीं पंहुचाया गया है। यह देख मनोज गुप्ता ने ब्लॉक अध्यक्ष को डांट लगाई। आपस में चर्चा में जिलाध्यक्ष ने चाय चौपाल प्रभारी का ग्रामीणों के बीच न रहने पर अफसोस जनक बताया इसी क्रम में  वरिष्ठ कांग्रेसी अशोक शर्मा जिला मीडिया प्रभारी घनश्याम ठाकुर, भाराकांबि जिलाध्यक्ष आमिर अली जिला अध्यक्ष को बताए कि पूर्व दिनों में ग्राम पंचायत डाहीबहरा, पण्डरीपानी, साल्हेघोरी मे भी चाय चौपाल प्रभारी ग्राम तक गए ही नहीं। वहां सचिव लोगों की समस्याओं को रजिस्टर में लिख कर खाना पूर्ति किया है। इतना सुनते ही ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अमोल पाठक तैश मे आ गए और अपना बचाव करते हुए गाली गलौज करने लगे और शिकायत कर्ता मीडिया प्रभारी घनश्याम ठाकुर से जमकर बहस हुआ और बात जान से मारने की धमकी तक पहुंच गई। यही नहीं मारने के लिए कुर्सी तक उठा ली गई। बड़ी मुश्किल से उपस्थित ग्रामीण जनों के बीच बचाव से झगडे को शांत कराया गया। ऐसी स्थिति में प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल मरवाही उपचुनाव को जीतने का दम भर रहे हैं।

गौरतलब है कि कांग्रेस के कई पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने ब्लाकों के कई निष्क्रिय और खोखले संगठन के विषय में लगातार शिकायत भी कर रहे हैं और ग्रामीण नेताओं द्वारा ब्लॉक संगठन में परिवर्तन की मांग भी की जा रही है लेकिन शीर्ष नेतृत्व के द्वारा इन सबकी अनदेखी की जा रही है। नशिचित ही आगामी उपचुनाव में कांग्रेस को इसका भारी नुकसान उठाना पड सकता है।

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