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42 देशों में किए सर्वे में दावा भारत में अप्रैल-जून तिमाही में हायरिंग सेंटीमेंट्स सबसे ज्यादा मजबूत रहेगी !

नई दिल्ली

भारत की मजबूत इकोनॉमी (Indian Economy) का फायदा अब नौकरीपेशा लोगों को भी मिलने लगा है. पहले तो भारत में इस साल दुनिया के औसत के मुकाबले ज्यादा इंक्रीमेंट होने का दावा कई सर्वे रिपोर्ट्स में किया गया था. अब इंक्रीमेंट की दहलीज तक पहुंचने यानी रोजगार (Employment in India) की तलाश करने वालों को भी अप्रैल-जून तिमाही में खुशखबरी मिल सकती है.

दरअसल, 42 देशों में किए गए मैनपावर ग्रुप के सर्वे में दावा किया गया है कि इन सभी मुल्कों में भारत में अप्रैल-जून तिमाही में हायरिंग सेंटीमेंट्स सबसे ज्यादा मजबूत हैं. देश में नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक 36% है, जबकि 32% नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक के साथ चीन दूसरे स्थान पर है.

आधी कंपनियां करेंगी हायरिंग!
इस सर्वे में 3,150 कंपनियों ने हिस्सा लिया और मैनपावर ग्रुप के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही के दौरान 50 परसेंट कंपनियों ने अपने कर्मचारियों (Employees) की संख्या बढ़ाने की बात कही है. 33 फीसदी का कहना है कि उनकी वर्कफोर्स में कोई बदलाव नहीं होगा. वहीं 14 पर्सेंट कंपनियां स्टाफ कम करने पर भी विचार कर रही हैं, जबकि तीन फीसदी ये तय नहीं कर पा रहीं हैं कि आने वाली तिमाही हायरिंग के लिहाज से कैसी रहेगी?

मैनपावर ग्रुप का कहना है कि भारत में हायरिंग के मोर्चें पर कंपनियों को टैलेंट की कमी से जूझना पड़ता है. सर्वे के मुताबिक टैलेंट की कमी 80 फीसदी तक पहुंच गई है फिर भी 36 परसेंट नेट एंप्लॉयमेंट आउटलुक के साथ भारत मैनपावर की लिस्ट में टॉप पर रहा है.  

नए सेक्टर्स में बढ़ेगी रोजगार की रफ्तार!
2023 की अप्रैल-जून तिमाही के मुकाबले इस बार भारत का नेट एंप्लॉयमेंट (Net Employment in India) आउटलुक 6 फीसदी मजबूत हुआ है, जबकि पिछली तिमाही के मुकाबले इसमें 1 फीसदी की गिरावट आई है. मैनपावर ग्रुप के मुताबिक भारत लगातार अपनी क्षमताओं और demographic dividend का फायदा उठा रहा है. सरकार अपनी नीतियों से हेल्थकेयर, लाइफ साइंसेज और रिन्यूएबल एनर्जी को लगातार बढ़ावा दे रही है, जिससे इन सेक्टर्स में रोजगार के मौके बढ़ रहे हैं.

हेल्थकेयर सेक्टर में मिलेंगी सबसे ज्यादा जॉब्स
अब जानते हैं किस सेक्टर में नौकरियों के मिलने के सबसे ज्यादा चांस अगली तिमाही में रहेंगे? सर्वे के मुताबिक हेल्थकेयर-लाइफसाइंसेज में 44 फीसदी कंपनियां, कम्युनिकेशन सर्विसेज में 43 परसेंट कंपनियां, IT में 41 परसेंट कंपनियां, एनर्जी और यूटिलिटीज में 20 परसेंट कंपनियां हायरिंग के लिए तैयार हैं. हेल्थकेयर का इस लिस्ट में टॉप पर होना देश में बढ़ते मेडिकल टूरिज्म का सबूत है.

उत्तर भारत में तेज हायरिंग
अगर देश के अलग अलग हिस्सों में रोजगार के संभावित मौकों की बात करें तो उत्तर भारत में 40 फीसदी कंपनियां, पश्चिम भारत में 35 परसेंट कंपनियां, दक्षिण भारत में 33 फीसदी कंपनियां और पूर्वी भारत में 30 फीसदी कंपनियां अगली तिमाही में हायरिंग के लिए तैयार कर रही हैं.  सर्वे के मुताबिक सबसे बड़ी इंडस्ट्रीज में हायरिंग आउटलुक 44 फीसदी, बड़ी इंडस्ट्रीज में 43 परसेंट और लार्ज एंटरप्राइजेज में 40 फीसदी है.  भारत और चीन जहां हायरिंग आउटलुक में टॉप पर हैं वहीं जापान 11 फीसदी और ताइवान 12 परसेंट के साथ बेहद सतर्कता दिखा रहे हैं.

 

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