बिलासपुर

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर नार्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट सभागार में सेमीनार, महिला कर्मियों ने लिया भाग

बिलासपुर। भारतीय रेलवे द्वारा 10 दिनी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस केंपेन के तहत महिला सशक्तीकरण की दिशा में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में 6 मार्च को नार्थ ईस्ट इंस्टीट्यूट सभागार में लैगिक समानता विषय पर सेमीनार का आयोजन किया गया। सेमीनार में सेक्रो अध्यक्षा श्रीमती अपर्णा सहाय मुख्य अतिथि तथा मुख्य वक्ता गुरु घासीदास केन्द्रीय विश्वविद्यालय की पोलीटिकल साइंस की एचओडी श्रीमती अनुपमा सक्सेना थीं। इस अवसर पर रेलवे चिकित्सक डा. श्रीमती वजलवार, डा. श्रीमती मेथ्यूज भी विशेष वक्ता के रूप से उपस्थित थीं। साथ ही सेक्रो उपाध्यक्षा श्रीमती अंजू सहित अन्य सदस्याएं एवं अधिकाधिक संख्या में महिला रेलकर्मी उपस्थित थीं।

सेमीनार का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित एवं स्वागत गान के साथ हुआ। इसके बाद लैगिक समानता विषय पर परिचर्चा की गई। सभी वक्ताओं ने लैगिक समानता पर अपने-अपने विचार रखे। समाज में महिलाओं की महत्ता एवं महिला सशक्तीकरण पर अपने विचार रखते हुए सेक्रो अध्यक्षा श्रीमती अपर्णा सहाय ने कहा कि लैगिक समानता की शुरूआत घर से की जानी चाहिए। माता और पिता दोनों को अपने लड़के को लड़कियों की इज्जत करना सिखाना चाहिए। दोनों को शिक्षा के समान अवसर प्रदान करना चाहिए। महिलाओं को सफल महिलाओं की कहानी से प्रेरणा लेकर महिला सशक्तीकरण के लिए कार्य करना चाहिए।

मुख्य वक्ता श्रीमती अनुपमा सक्सेना ने महिला अधिकारों के बारे में विस्तारपूर्वक बताया तथा महिलाओं से आहवान किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहते हुए अपने कत्र्तव्यों का निर्वहन भी जिम्मेदारी पूर्वक करें। महिलाओं की सशक्तीकरण के साथ ही साथ लैगिंक समानता लाने के प्रति भी सबको सजग रहने की बात उन्होंने कही।

इस अवसर पर मंडल कार्मिक अधिकारी लिंगराज राउत, सहायक कार्मिक अधिकारी युएसएस राव, मजदूर कांग्रेस के मंडल समन्वयक बी. कृष्णकुमार, डीके स्वाइन, लक्ष्मण राव सहित अन्य उपस्थित थे।

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