राहुल गांधी वायनाड से टिकट मिलने के बाद अमेठी छोड़ेंगे ? यूपी की इन 2 सीटों पर कांग्रेस ने तय किए उम्मीदवार
नई दिल्ली
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस में भी उम्मीदवारों को लेकर मंथन तेज हो गया है. गुरुवार को कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) ने 40 उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप दे दिया. इस लिस्ट में केरल की वायनाड सीट से राहुल गांधी एक बार फिर चुनाव लड़ेंगे. उनका टिकट पर सहमति बन गई है. हालांकि, राहुल इस बार अपनी परंपरागत सीट अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर सस्पेंस बना हुआ है. चुनावी उम्मीदवारों की रेस में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दामाद का नाम भी है. रायबरेली पर भी पार्टी की नजर है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में हुई सीईसी की बैठक में 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 60 लोकसभा सीटों पर चर्चा की गई. इसमें दिल्ली, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, सिक्किम, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मेघालय और लक्षद्वीप की लोकसभा सीटें शामिल हैं. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल भी उम्मीदवारों की सूची में शामिल हैं.
'आज उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगी कांग्रेस'
केरल में पार्टी की स्क्रीनिंग कमेटी ने वायनाड सीट के लिए राहुल गांधी का नाम सुझाया है. सूत्रों ने बताया कि पूरी संभावना है कि राहुल गांधी वायनाड से फिर चुनाव लड़ेंगे. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि राहुल गांधी वायनाड के अलावा अपनी पुरानी सीट अमेठी से भी मैदान में उतरेंगे या नहीं. कांग्रेस विधायक दल के नेता वीडी सतीसन ने बताया कि पार्टी केरल में 16 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. जबकि चार सीटों पर सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे. सतीसन ने बताया कि सीईसी ने फैसला कर लिया है कि 16 सीटों पर कौन-कौन उम्मीदवार होंगे. AICC आज उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी.
'प्रियंका गांधी पर सस्पेंस बरकरार'
वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की चुनावी राजनीति पर सस्पेंस बना हुआ है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी अमेठी से और प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से चुनाव लड़ सकती हैं. यह सीट पहले सोनिया गांधी के पास थी. लेकिन सोनिया के राज्यसभा सदस्य चुने जाने के बाद इस सीट पर पार्टी को नया उम्मीदवार देना है. अमेठी और रायबरेली दोनों सीटों को गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है. कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने मांग की है कि गांधी परिवार के सदस्य को वहां से चुनाव लड़ना चाहिए. राहुल गांधी 2019 में अमेठी सीट से चुनाव हार गए थे. हालांकि, वे केरल के वायनाड से जीत गए थे. राहुल इससे पहले अमेठी से तीन बार सांसद रहे हैं.
वहीं, रायबरेली और अमेठी सीट पर उम्मीदवारी को लेकर कांग्रेस महासचिव (संचार) जयराम रमेश का बयान आया है. उन्होंने कहा, स्मृति ईरानी (अमेठी से बीजेपी सांसद) का काम बयानबाजी करना है. राहुल गांधी कहां से चुनाव लड़ेंगे, ये CEC तय करेगी. अमेठी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि राहुल वहीं से चुनाव लड़ें. प्रियंका कहां से लड़ेंगी, ये फैसला भी CEC से होना है.
'भूपेश बघेल भी लड़ेंगे आम चुनाव'
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर के फिर से इस सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है. छत्तीसगढ़ से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को राजनांदगांव से, ताम्रध्वज साहू को दुर्ग महासमुंद से, ज्योत्सना महंत को कोरबा से और शिव डेहरिया को जांजगीर-चांपा सीट से मैदान में उतारा जा सकता है. छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव चुनाव नहीं लड़ेंगे.
'कर्नाटक में खड़गे के दामाद रेस में आगे'
कर्नाटक में 4-5 सीटों पर सहमति नहीं बन सकी है. यहां शीर्ष नेतृत्व को अंतिम निर्णय लेना है. सूत्रों के मुताबिक, बैठक में कांग्रेस का गढ़ रही गुलबर्गा सीट पर चर्चा नहीं हुई. खबर है कि मल्लिकार्जुन खड़गे (81 साल) के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि टिकट की दौड़ में सबसे आगे हैं. खुद खड़गे इस सीट से दो बार लोकसभा का चुनाव जीते हैं. हालांकि, 2019 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. खड़गे राज्यसभा सदस्य हैं और उनका 4 साल का कार्यकाल बाकी है. अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान को करना है. खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे कलबुर्गी जिले की चितापुर विधानसभा सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं. प्रियांक कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. खड़गे के दामाद डोड्डामणि को टिकट मिलता है तो उनकी चुनावी राजनीति में एंट्री होगी.
दिल्ली की सीटों के लिए कई नाम
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली कांग्रेस ने सात लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की एक लंबी सूची टेबल पर रखी है, जिन पर विचार किया जाना है. आलाकमान ने दिल्ली यूनिट को कुछ नामों को शॉर्टलिस्ट करने और अंतिम मंजूरी के लिए वापस भेजने के लिए कहा. सूत्रों के मुताबिक चांदनी चौक सीट के लिए जेपी अग्रवाल, संदीप दीक्षित और अलका लांबा के नाम पर चर्चा हुई. उत्तर पूर्वी दिल्ली से अरविंदर सिंह लवली और अनिल चौधरी का नाम सामने आया है. उत्तर पश्चिमी दिल्ली से राजकुमार चौहान और उदित राज के नाम पर विचार किया जा रहा है.
'दिल्ली के नामों पर फिर चर्चा होगी'
AICC के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया ने कहा, दिल्ली के उम्मीदवारों के लिए शुरुआती चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि दिल्ली की सीटों पर 11 मार्च को फिर चर्चा होगी. दिल्ली में कांग्रेस तीन सीटों पर चुनाव लड़ रही है. जबकि INDIA ब्लॉक में सहयोगी AAP शेष चार सीटों पर चुनाव लड़ रही है.
'राज्यों ने संभावित नामों की भेजी सूची'
इस बीच, कांग्रेस की कई राज्य इकाइयों ने पहले ही अपनी-अपनी स्क्रीनिंग कमेटियों की बैठकें कीं और अपने राज्यों में संभावित उम्मीदवारों की सूची भेज दी है. बता दें कि कांग्रेस ने अभी तक कोई उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. पिछले हफ्ते बीजेपी ने लोकसभा चुनाव के लिए 195 उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची जारी की है.
यूपी से दो नाम तय?
बताया जा रहा है कि कांग्रेस कार्यसमिति की मीटिंग में यूपी से अभी दो नाम तय किए गए हैं। महाराजगंज से सुप्रिया श्रीनेत के अलावा पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को वाराणसी से टिकट मिलने की संभावना है। अजय राय पहले भी वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार भी वह यहां से सपा और कांग्रेस के संयुक्त उम्मीदवार हो सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह को देवरिया सीट से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। वह लगातार अपने क्षेत्र में जनसंपर्क में लगे हुए हैं। सपा की मजबूत स्थिति होते हुए भी यह सीट कांग्रेस के खाते में जाने से इन अटकलों को और बल मिला है कि अखिलेश प्रताप सिंह यहां से चुनाव लड़ सकते हैं। इसके पहले वह एक बार विधायक रह चुके हैं।