फिल्म जगत

पूनम पांडे की सर्वाइकल कैंसर ने ली जान, डॉक्टर ने बताया ये है इस बीमारी का कारण

मुंबई
 शुक्रवार को मनोरंजन जगत से एक हैरान और दुखी करने वाली खबर सामने आई है। जानी-मानी अभिनेत्री पूनम पांडे (Poonam Pandey) का 32 साल की उम्र में निधन हो गया। पूनम सर्वाइकल कैंसर (cervical cancer) ने जूझ रही थीं और इसी के चलते उनका निधन हो गया है। इस खबर के सामने वाले के बाद से ही सोशल मीडिया पर सनसनी मच गई है। लोगों के लिए इस पर भरोसा करना बेहद मुश्किल हो रहा है। हालांकि, इस बारे में एक्ट्रेस की टीम ने उनके इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर कर जानकारी दी।

क्या है सर्वाइकल कैंसर?

सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाले कैंसर का एक गंभीर प्रकार है, जो सर्वाइकल से शुरू होता है और फैलते हुए लिवर, ब्लैडर, योनि, फेफड़ों और किडनी तक पहुंच जाता है। यह दुनियाभर में महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे आम कैंसर है। यह कैंसर ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (HPV) के संक्रमण से होता है। हैरानी की बात यह है कि पूरी दुनिया में भारत एक ऐसा देश है, जहां सर्वाइकल के 25 फीसदी मामले और मौते होती हैं।

सर्वाइकल कैंसर के लक्षण

मायो क्लिनिक मुताबिक जब यह कैंसर शुरू होता है, तो इसके कोई लक्षण दिखाई नहीं देते। हालांकि, जैसे-जैसे यह बढ़ता है, सर्वाइकल कैंसर संकेत और लक्षण नजर आने लगते हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं-

    मेनोपॉज के बाद ब्लीडिंग होना
    बहुत अधिक थकान महसूस करना
    पेट के निचले हिस्से में दर्द या सूजन
    संभोग के दौरान पेल्विक दर्द या दर्द
    शारीरिक संबंध के बाद खून निकलना
    पीरियड्स में सामान्य से ज्यादा खून निकलना
    पानी जैसा और दुर्गंधयुक्त सफेद पदार्थ निकलना

सर्वाइकल कैंसर के रिस्क फैक्टर

    धूम्रपान
    कुपोषण
    आनुवंशिकता
    असुरक्षित यौन संबंध
    एक से ज्यादा यौन साथी
    पर्सनल हाइजीन की कमी

ऐसे करें सर्वाकल कैंसर से बचाव

सर्वाइकल कैंसर से बचाव का सबसे कारगर तरीका इसकी वैक्सीन लगवाना है। इस कैंसर की रोकथाम के लिए संक्रमण फैलाने वाले वायरस एचपीवी के खिलाफ वैक्सीन लगवाना बेहद जरूरी है। एचपीवी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर समेत कई गंभीर कैंसर को रोकने में कारगर साबित होता है। इसके अलावा नियमित रूप से स्मीयर टेस्ट कराना भी बेहद जरूरी है, ताकि समय रहते इस बीमारी का पता लगाया जा सके। साथ ही आप इस आदतों को अपनाकर भी सर्वाइकल कैंसर को खतरे को कम कर सकते हैं-

    सुरक्षित यौन संबंध
    धूम्रपान से परहेज करें
    हेल्दी डाइट फॉलो करें
    पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें
    यौन साथियों की संख्या कम करें
    एचपीवी वायरस के खिलाफ वैक्सीन लगवाएं

 

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