मध्य प्रदेश

रिश्वतखोरी मामले में सीबीआई की बड़ी कार्रवाई: एफसीआई के दो कर्मचारियों को 40 हजार रुपए लेते दबोचा

शिकायतकर्ता के गोदाम में एफसीआई का माल लंबे समय तक रखने के नाम पर मांगी थी घूस

भोपाल। मध्य प्रदेश में रिश्वतखोरी के मामले में बुधवार को सीबीआई की भोपाल टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) के दो कर्मचारियों को 40 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। आरोपी शिकायत कर्ता के गोदाम में एफसीआई का अनाज लंबे समय तक रखने के नाम पर रिश्वत की मांग कर रहे थे। इस कार्रवाई के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।

प्राप्त जानकारी अनुसार जिन घूसखोर कर्मचारियों को पकड़ा है, उनके नाम तकनीकी सहायक ग्रेड-1 अभिषेक पारे और तकनीकी सहायक ग्रेड-3 गौरीशंकर मीणा बताए गए हैं। सीबीआई ने दोनों आरोपी कर्मचारियों को एफसीआई के कार्यालय से गिरफ्तार किया है। दरअसल, फरियादी ने सीबीआई को शिकायत की थी कि एफसीआई के कर्मचारी अभिषेक पारे और गौरीशंकर मीणा उसके गोदाम में एफसीआई का माल अधिक समय तक रखने के एवज में एक लाख पांच हजार रुपए की मांग कर रहे हैं। जिसे घटाकर उन्होंने पचास हजार रुपए कर दिया था। इसमें से 10 हजार रुपए आरोपियों ने 17 अप्रैल को शिकायतकर्ता से ले लिए थे तथा 40 हजार रुपए और देने को कहा था। शिकायत मिलने के बाद सीबीआई ने इसका सत्यापन कराया, जिसमें शिकायत सही पाई गई। इस पर 21 अप्रैल को मामला दर्ज कर लिया और योजना अनुसार आज होशंगाबाद रोड स्थित शनि मंदिर के पास जैसे ही दोनों कर्मचारी फरियादी से पैसे ले रहे थे, उसी समय सीबीआई की टीम ने अभिषेक पारे और गौरीशंकर मीणा को रंगे हाथों दबोच लिया। यह कार्रवाई एडिशनल एसपी अतुल हजेला के नेतृत्व में की गई। फिलहाल सीबीआई की टीम आगे की कार्रवाई कर रही है।

इधर, सरपंच से 25 हजार रिश्वत मांगने वाला ब्यावरा जनपद सीईओ निलंबित

रिश्वत के एक अन्य मामले में मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले के ब्यावरा जनपद सीईओ केके ओझा को निलंबित कर दिया गया है। शासकीय कार्य कराने के एवज में सीईओ ने एक सरपंच से 25 हजार रुपये मांगे थे। सरपंच ने सीईओ द्वारा रिश्वत मांगने की बातचीत का वीडियो वायरल कर दिया था। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने संज्ञान लिया और सीईओ को निलंबित कर दिया है। निलंबन की कार्रवाई भोपाल संभाग आयुक्त माल सिंह ने की है। दरअसल, सीईओ केके ओझा ने सरपंच से 25 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की थी। ब्यावरा विधायक रामचंद्र दांगी ने इसकी शिकायत भोपाल संभाग आयुक्त से की। इसके बाद भोपाल संभाग आयुक्त ने मंगलवार को ब्यावरा जनपद सीईओ केके ओझा को निलंबित करने के आदेश दिए हैं।

Back to top button