बिलासपुर

विधायक शैलेष पांडे पर धारा 144 का उल्लंघन करने का आरोप में FIR, कलेक्टर व एसपी को लिखा पत्र

बिलासपुर। कोरोना वायरस से लड़ाई में देशबंदी {लाक डाऊन} की वजह से लोग अपने-अपने घरों में दुबके हुए हैं। इससे रोजी-मजदूर, भिखारी, दिव्यांगों के सामने भूखों मरने की नौबत आन पड़ी है। इस समस्या से निजात दिलाने विधायक शैलेष पांडे अपने निवास से लोगों को राशन के पैकेट बांट रहे हैं। जिस पर उनके खिलाफ धारा 144 का उल्लंघन करने के आरोप में अपराध दर्ज किया गया है। मामले की जानकारी नगर विधायक पांडे को होने पर उन्होंने एक पत्र लिखा है, जो इस प्रकार है …


प्रिय साथियों,

    मुझे आपके माध्यम से पता चला है कि, मेरे विरुद्ध अपराध दर्ज किया गया है। मुझे दी गई जानकारी के अनुसार मुझ पर आरोप है कि मैं अपने निवास में भीड़ को आमंत्रित कर कोरोना के प्राणघातक संक्रमण को बढ़ा रहा था, मैंने धारा 144 का उल्लंघन किया है। मैं इस पटकथा से चकित हूं और आपके सामने तथ्य रख रहा हूं-

बाहर जब भीड़ जमा हो गई, तब शैलेष पांडे ने अपनी गाड़ी से स्पीकर से कहा- आप सब घर जाइए।

  यह बिलकुल सही है कि हम लगातार नागरिकों तक अनाज दवा पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। मुझे जहां से सूचना मिल रही है, मैं वहां पहुंच रहा हूं जो ज़ाहिर है मेरा दायित्व है। लोगों को भोजन मिले इसकी व्यवस्था भी है जिसमें निश्चित तौर पर मेरी सहभागिता है। यह सब करते हुए मैं और मेरे सभी साथी सुरक्षा मान्य निर्देशों का पालन करते हैं और नागरिकों से भी करने का आग्रह करते हैं।

   बीते सात दिनों से कोई क्षण ऐसा नहीं है कि मैंने अपने दायित्व से एक क्षण मुख मोड़ा हो। यह समस्या सरकार की बस नहीं है, हर व्यक्ति हर नागरिक को साझा होकर लड़ना है। नागरिकों को दवा मिले, अनाज मिले भोजन मिले इसकी व्यवस्था करना और यह सुचारु रुप से होती रहे यह मेरा दायित्व है।

    मैं आभारी हूं अपने साथियों का, व्यवसायिक संस्थानों का जिनके पास मैं गया और उन्होंने मुक्त हाथों मेरी मदद की, इन्हीं की मदद से मैं सारी व्यवस्था उपलब्ध करा पा रहा हूं।

    आज जबकि मैं कार्यालय पहुंचा तो भीड़ बेहद ज़्यादा थी, मैंने एडिशनल एसपी को फ़ोन किया और उन्हें आकर व्यवस्था देने का आग्रह किया। वे आए और उन्हीं की गाड़ी से मैंने नागरिकों से आग्रह किया कि, वे घर जाएं, उन तक अनाज और दवा पहुंचेंगी, बिलकुल वैसे ही जैसे कि पहुंच रही है।

   मेरे लिए यह चकित करने वाला विषय है कि, आज अचानक यह भीड़ कैसे आई।

   मैं केवल अपने निहित दायित्वों का निर्वहन कर रहा हूं, मुझे नहीं लगता कि मैंने अपने नागरिकों की सेवा की तो कोई अपराध किया है। मैं फिर दोहराता हूं हमने किसी भी सुरक्षा मानकों का कोई उल्लंघन नहीं किया बल्कि सभी को लगातार सतर्क भी करते रहे हैं।

   मैं आहत हूं.. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि यह प्रायोजित कार्यक्रम (FIR) का प्रायोजक कौन है.. मैं इस मसले पर न्यायालय की शरण लूंगा.. साथ ही विशेषाधिकार हनन के तहत कार्यवाही की मांग करते हुए विधि द्वारा जो संरक्षण हर नागरिक की तरह जो मुझे भी मिला है, मैं इसका उपयोग करुंगा।

   पुनश्च – सतर्कता के सावधानी के मान्य नियमों का पूर्व की तरह पालन करते हुए मैं अपने नागरिकों के प्रति जवाबदेह हूं और उसे निभाते रहूंगा।

शैलेश पाण्डेय

विधायक बिलासपुर


इस मैसेज के माध्यम से अपने कलेक्टर साहब और sp साहब से पूछना चाहता हूं आप कितनी जांच किट पर ध्यान देकर आप मंगाए, मैं इस मैसेज के माध्यम से पूछना चाहता हूं कि राशन दुकानें खुल रही है कि नहीं। कलेक्टर साहब आप से मैं पूछना पूछना चाहता हूं जिनके पास राशन नहीं है उन्हें आपके बंगले भेजूं क्या? उसमें तो आप लोग fir तो दर्ज नहीं कर दोगे।

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