मध्य प्रदेश

नौकरी के नाम पर तीन दंपत्तियों ने तीन लोगों से की लाखों की ठगी

भोपाल। ऐशबाग पुलिस ने तीन जालसाज दंपत्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी, अमानत मे खयानत कूटरचित दस्तावेज सहित अन्य धाराओं के तहत मामला कायम किया है। आरोप है, कि उन्होंने मानव संग्रहालय में नौकरी दिलाने के नाम तीन लोगों से बारह लाख बीस हजार रुपए की ठगी की है।

जानकारी के अनुसार अशोका गार्डन में रहने वाले लोकेंद्र सिंह चौहान ने लिखित शिकायत करते हुए बताया था कि वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उनके दो दोस्त सलमान और फैजान ऐशबाग इलाके में रहते हैं। उनकी मुलाकात ऐशबाग स्टेडियम के पास कंप्यूटर सेंटर चलाने वाली हिना परवीन उर्फ शीबा और उसके पति इमरान से हुई थी। पति-पत्नि ने उन्हें झांसा देते हुए कहा था, कि मानव संग्रहालय में उनकी खासी पहचान है, और वह उन दोनो को वहां नौकरी दिला सकते है। इसके बाद आरोपियों ने अपने साथी जहीरउद्दीन और उसकी पत्नी माहिरा और जीनत, फराज से उनकी मुलाकात करवाते हुए नौकरी लगवाने की बात कही। जीनत ने बताया था, कि उसने में भी पैसे देकर मानव संग्रहालय में नौकरी लगवाई थी, उसे बराबर सैलरी मिल रही है। सभी ने दोनो से कहा कि उन दोनो की नौकरी लग जायेगी लेकिन इसमें सवा 12 लाख रुपए का खर्च लगेगा। आरोपियों के जाल में आकर लोकेंद्र ने अक्टूबर 2020 में अपने और साथी सलमान, फैजान के बारह लाख बीस हजार रुपए आरोपियों के खाते में ट्रांसफर कर दिए। शातिर जालसाजो ने बाद में उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र और ट्रैनिंग के लिए लेटर समेत एक लिस्ट देते हुए बताया कि इस सूची में उन लोगों के नाम है, जिनकी नियुक्ति हो चुकी है। लोकेंद्र और उसके साथी जब दस्तावेज लेकर मानव संग्रहालय पहुंचे तो पता चला कि ज्वाइनिंग लेटर फर्जी है। इसके बाद उन्होने इसकी शिकायत पुलिस से की। जॉच के बाद मामला दर्ज कर पुलिस आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास कर रही है।

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