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AMU पूर्व छात्र निकला आईएसआईएस का भारतीय चीफ, व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये जुड़ा था एएमयू छात्रों

 गुवाहाटी
असम एसटीएफ ने गुवाहाटी के धुबरी इलाके से आईएस के फरार आतंकी व भारतीय आईएस चीफ हरीश फारूकी उर्फ हरीश अजमल को साथी सहित गिरफ्तार किया है। एएमयू का पूर्व छात्र होने के नाते वही आईएस के अलीगढ़ माड्यूल्स को ऑपरेट कर रहा था। व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये एएमयू छात्रों से जुड़ा था। इसी ग्रुप से जुड़े छह से अधिक एएमयू छात्र पिछले दिनों में एजेंसियों ने गिरफ्तार किए।

व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये सामने आया था सामा

आईएस पर काम करते हुए एजेंसियों की नजर में एएमयू छात्रों के संगठन सामा (स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) का नाम आया। जिसमें व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये सूचनाओं का आदान प्रदान, बातचीत होती थी। पता चला कि इसी ग्रुप में जुड़े एएमयू के तमाम पूर्व व वर्तमान छात्र आईएसआईएस हैंडलरों के संपर्क में पाए गए और आईएस से जुड़कर काम करने लगे। इसी क्रम में एजेंसियों ने आईएस के इस अलीगढ़ माड्यूल्स पर काम करते हुए गिरफ्तारियां कीं। इसी ग्रुप के सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद इनके भारतीय चीफ के रूप में हरीश फारूकी का नाम सामने आया था। जिसकी एजेंसियां लगातार तलाश कर रही थीं।

फिर शुरू हुईं आईएस सदस्यों की गिरफ्तारी
सबसे पहले एनआईए ने झारखंड के लोहरदगा में एएमयू के एक छात्र फैजान की गिरफ्तारी की। उसका एक अन्य साथी भी बाद में पकड़ा गया। इसी बीच अक्तूबर में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पुणे मॉड्यूल्स के शाहनवाज, रिजवान सहित तीन की अलग-अलग शहरों से गिरफ्तारी की थी। उनके संबंध में उजागर हुआ कि एएमयू के छात्र संगठन सामा (स्टूडेंट्स ऑफ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी) से जुड़े कुछ छात्र उनके संपर्क में हैं। शाहनवाज और रिजवान की जांच में मिले तथ्यों के आधार पर यूपी एटीएस ने भी 3 नवंबर को मुकदमा दर्ज किया। इसी मुकदमे में छात्र अब्दुल्ला अर्सलान और माज बिन तारिक को अलीगढ़ से गिरफ्तार किया।

पूर्व छात्र वजीहउद्दीन को झारखंड से पकड़ा। वह यहां कोचिंग चलाता था। फिर पूर्व छात्र फराज, कोर्ट में हाजिर हुआ मौजूदा छात्र अब्दुल समद मलिक जेल गया। फिर फैजान पकड़ा गया। बाद में फैजान बख्तियार, नावेद सिद्दीकी, अरशद वारसी की गिरफ्तारी हुई। इस तरह अब तक पुणे माड्यूल में नौ और कुल ग्यारह की गिरफ्तारी हुई है।

व्हाट्सएप से ही ऑपरेट हो रहा था अलीगढ़ माड्यूल्स
मूल रूप से देहरादून निवासी हरीश फारूकी एएमयू में कब और कहां तक पढ़ा है। ये तो अभी तक साफ नहीं हुआ। मगर जांच में साफ हुआ है कि वह एएमयू का छात्र रहा है और वह व्हाट्सएप ग्रुप के जरिये सामा नामक छात्र संगठन से जुड़ा था। वह झारखंड से गिरफ्तार कोचिंग संचालक पूर्व छात्र वजीहउद्दीन के जरिये ही नए छात्रों को जुड़वाता था और अलीगढ़ मॉड्यूल्स को ऑपरेट करने के साथ देश विरोधी गतिविधियों को संचालित करता था। साथ में आईएस की विचारधारा का प्रचार प्रसार कर रहा था। इसका मुख्य मकसद भारत में आईएस की जड़ें मजबूत करना था।

    असम में आईएस के भारतीय चीफ हरीश फारूकी की गिरफ्तारी हुई है। उसका अलीगढ़ से नाता बताया गया है। इस विषय में खुफिया एजेंसियों की मदद से जानकारी जुटाई जा रही है। स्थानीय गतिविधियां भी दिखवाई जा रही हैं। बाकी एजेंसियां जो मदद मांगेंगी की जाएगी। -शलभ माथुर, आईजी रेंज

आज तक एक भी छात्र पर कार्रवाई नहीं
एएमयू के छात्र लगातार आईएस से जुड़ने पर गिरफ्तार हुए। अब उनका सरगना गिरफ्तार हुआ। मगर आज तक एएमयू स्तर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।

 

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