नई दिल्ली

जज को ऑटो ने जानबूझकर मारी थी टक्कर, सीबीआई ने झारखंड हाईकोर्ट को दी जानकारी …

नई दिल्ली। धनबाद के जज उत्तम आनंद के मामले में सीबीआई ने झारखंड उच्च न्यायालय को बताया कि ऑटो ड्राइवर ने जानबूझकर जज को टक्कर मारी थी। सुनवाई के दौरान सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर ने कहा की सीबीआई हर एंगल पर जांच करेगी। जांच जारी है और कोई भी एंगल नही छोड़ा जाएगा। इसके बाद कोर्ट ने अगले सप्ताह प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।

एजेंसी ने कहा कि विश्लेषण और अपराध स्थल के रिकंस्ट्रक्शन, सीसीटीवी फुटेज की जांच और उपलब्ध फोरेंसिक सबूतों से पता चलता है कि उत्तम आनंद की जानबूझकर दो लोगों ने निशाना बनाकर हत्या कर दी। सीबीआई ने यह बात झारखंड उच्च न्यायालय को पूछताछ पर अपडेट प्रदान करने के दौरान बताई।

एजेंसी ने कहा कि हत्या की जांच अंतिम चरण में है। सीबीआई ने कहा कि वह अब इस मामले की उपलब्ध भौतिक साक्ष्यों के साथ फोरेंसिक रिपोर्ट के जरिए पुष्टि कर रही है। सीबीआई ने सबूतों का अध्ययन करने के लिए देश भर से चार अलग-अलग फोरेंसिक टीमों को लगाया है। सीबीआई को कहना है कि जांच पूरी होने के करीब है।

सूत्रों ने बताया कि एजेंसी गुजरात में दोनों आरोपियों की ब्रेन मैपिंग और लाई डिटेक्टर टेस्ट की रिपोर्ट का भी अध्ययन कर रही है। घटना के अगले दिन दोनों आरोपियों लखन वर्मा और राहुल वर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं ऑटोरिक्शा एक महिला के नाम पर पंजीकृत है।

सीबीआई के सूत्रों ने बताया कि अगस्त में एजेंसी ने कई महत्वपूर्ण सबूत खोजे। इसमें यह तथ्य भी शामिल है कि आरोपी ने अपराध करने से पहले कॉल्स करने के लिए रेलवे ठेकेदार के चोरी के दो मोबाइल फोन का इस्तेमाल किया था। 28 जुलाई को 49 साल के जज उत्तम आनंद की ऑटो से टक्कर लगने के बाद मौत हो गई थी।

इससे पहले जज उत्तम आनंद की मौत के मामले की अब तक हुई जांच और कार्रवाई से हाईकोर्ट संतुष्ट नहीं था। अदालत ने 23 सितंबर को CBI के जोनल डायरेक्टर को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया था। चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की अदालत ने मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि सीबीआई हर सप्ताह प्रगति रिपोर्ट दे रही है, लेकिन उसमें कुछ भी नया नहीं है। हर बार स्टीरियो टाइप रिपोर्ट दायर कर रही है। यह संतोषजनक नहीं है। जुडिशल ऑफिसर की हत्या हुई है। हमें रिजल्ट चाहिए।

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