दान के कहानी….
छत्तीसगढ़ी कविता
चंदन कस माटी, जेकर गंगा कस पानी।
साधु संत के बोली, सुनो दान के कहानी।।
थोरिक सुन लो जी-2 दान के कहानी–
हरिश्चंद्र राजा रिहिस, जेकर तारामती रानी।
सपना के दान ल, पूरा करिस वो जुबानी।।
थोरिक सुन लो जी-2 दान के कहानी–
मोरध्वज राजा ह, रिहिस हे महान दानी।
बेटा चीर के बघवा ल, खवाय चानी चानी।
थोरिक सुन लो जी-2 दान के कहानी–
दानवीर कर्ण के महिमा, रिहिस भारी।
अपन कवच कुंडल ल, दान म उतारी।।
थोरिक सुन लो जी-2 दान के कहानी–
दानी म महादानी रिहिस, माता पन्ना धाय।
उदयसिंह के खातिर, बेटा ल मौत म सुताय।।
थोरिक सुन लो जी-2 दान के कहानी।
महाराणा प्रताप के जेन, आन बान ल बचाय।
भामाशाह दानी ह, अन्न धन के दान कर जाए।।
थोरिक सुन लो जी-2 दान के कहानी–
परहित के खातिर जेन ह, जिंदगी ल बिताय।
वोकर नाम ह दुनियाँ में, अमर होई जाय।।
ते सुन ले जी-2 दान के कहानी–
©श्रवण कुमार साहू, “प्रखर”, राजिम, गरियाबंद (छग)