बिलासपुर

मुख्यमंत्री बघेल के निर्देश पर बिलासपुर में फंसे झारखंड के 139 मजदूरों को कलेक्टर अलंग ने भेजा उनके प्रांतों को

बिलासपुर। केरल से झारखंड जाने के लिए निकले मजदूर कल रात बिलासपुर स्टेशन पर आकर फंस गए क्योंकि आगे जाने के लिए कोई ट्रेन या बस नहीं थी। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मिली। मुख्यमंत्री ने मानवीय संवेदना की पहल करते हुए कलेक्टर डॉ. संजय अलंग को निर्देश दिया कि उनको भोजन व चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराते हुए सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आज इन मजदूरों को बसों की व्यवस्था कर उनके घरों के लिए रवाना किया गया है। स्टेशन पर असम, पश्चिम बंगाल, बिहार, ओडिशा के मजदूर भी फंसे हुए थे उन्हें भी गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।

एर्नाकुलम-बिलासपुर एक्सप्रेस से केरल में मजदूरी करने वाले 237 यात्री मजदूर बिलासपुर स्टेशन पर कल रात पहुंचे। आगे जाने के लिए उनकी व्यवस्था नहीं थी। सोशल मीडिया के जरिये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के ध्यान में यह बात लाई गई। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में कलेक्टर डॉ.संजय अलंग से बात की। इसके पश्चात डॉ. अलंग ने परिवहन विभाग से संपर्क कर बस की व्यवस्था करने को कहा। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी प्रेमप्रकाश शर्मा ने 3 लग्जरी बस की व्यवस्था की। दोपहर 12 बजे 3 बस कलेक्टोरेट पहुंची। कलेक्टोरेट से इन बसों को त्रिवेणी भवन भेजा गया। जहां मजदूरों को रखा गया था। स्टेशन पर ही उनके भोजन और रुकने की व्यवस्था की गई और आवश्यकता अनुसार चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई गई।

आज झारखंड के यात्रियों को सकुशल बसों में बिठाकर छत्तीसगढ़ की सीमावर्ती जिला बलरामपुर भेजा गया। यहां से झारखंड प्रशासन के अधिकारी उन्हें उनके गंतव्य तक पहुंचाएंगे। बसों में बैठने के बाद इन मजदूरों के चेहरे में राहत व प्रसन्नता दिखाई दी। यात्रियों ने इस व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार माना और उन्हें धन्यवाद दिया।

झारखंड के सिमरेगा के संदीप बड़ाईक, थॉमस मिंज, कुल्लू, गढ़वा जिले के हेमन्त कुमार, दिनेश, पलामू जिले के खुर्शीद, तैहर अंसारी, मो. अंसारी, मुश्ताक अंसारी आदि के चेहरे पर बस पर बैठते ही संतोष का भाव था कि वे अब अपने घर तक सकुशल पहुंच जाएंगे। इन यात्रियों को रास्ते के लिए भी भोजन का पैकेट दिया गया है।

इसी ट्रेन से बिलासपुर पहुंचे केरल से ही आए ओडिशा, पश्चिम बंगाल, असम, बिहार के यात्रियों को भी उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। अभी उन्हें रैन बसेरों में ठहराया गया है, जहां उनके रहने, खाने और चिकित्सा की पूरी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। कलेक्टर डॉ. संजय अलंग व पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल के मार्गदर्शन में इन मजदूरों के लिए सारी व्यवस्था की गई और उन्हें गंतव्य के लिए रवाना किया गया।

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