कौशिक ने कहा- किसानों से भेदभाव, अराजकता की स्थिति
बिलासपुर। धान खरीदी को लेकर नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि प्रदेश में जो अराजकता की स्थिति बनी है वो चिन्तनीय है। एक-एक दाना धान खरीदी का वादा करके सत्ता में आई कांग्रेस अब धान खरीदने से मुकर रही है।
पूरे प्रदेश में किसानों को लेकर जो स्थिति निर्मित हुई है उसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश का किसान अब एक दिन में करीब 80 क्विंटल धान ही बेच पायेगा जबकि किसानों की धान उत्पादन क्षमता इससे कहीं अधिक है। धान खरीदी को लेकर प्रतिदिन सीमा तय करने से लेकर गांव के रकबे में खेतों के मेड़ों को नाप कर कमी करने से किसानों में भारी रोष है। साथ ही स्थिति स्पष्ट नहीं है कि धान खरीदी में लगे कर्मचारी-अधिकारी किसानों को सही जवाब भी दे पा रहे हैं या नहीं।
श्री कौशिक ने कहा कि जो तनाव की स्थिति निर्मित हो रही है उसके लिए प्रदेश की कांग्रेस सरकार जिम्मेदार है। उसे जवाब भी देना होगा। धान की खरीदी को लेकर जो टोकन वितरण प्रणाली अपनाई गई है, उससे भी किसान परेशान और निराश हैं।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने निर्धारित धान खरीदी के समय से माह भर देरी से धान खरीद रही है। किसानों की परेशानियों को लेकर इस सरकार के पास कोई जवाब नहीं है।
श्री कौशिक ने चेताया कि हालात एैसे ही रहे तो आने वाले दिनों में और भी भयावह स्थिति बन सकती है। इसके लिए जिम्मेदार कौन है ? उन्होंने कहा की सूखत, तौल और भराई के नाम पर धान खरीदी केन्द्रों में किसानों के साथ भेद-भाव का व्यवहार किया जा रहा है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उसके मुताबिक धान खरीदी नहीं की जा रही है और किसानों में लगातार रोष बढ़ता जा रहा है। धान खरीदी सोसायटियों में बारदाने की समस्या भी बनी हुई है, जिसके चलते प्रदेश के किसान धान खरीदी केन्द्रों में चक्कर काटने विवश हैं। उन्होंने कहा कि धान खरीदी केन्द्रों में धान का भाव सही नहीं मिल रहा बल्कि किसानों के साथ भेद-भाव हो रहा है।