लेखक की कलम से

सरकारी जलसा होही लेकिन होली तिहार नई मनाना हे …

हिलु ह बीड़ी पियत गुनत है,,,,

अलकरहा कोरोना ह तिज तिहार म आथे?

फेर किरकेट होवत हे,

सरकारी जलसा होवत हे,

फूल छाप, हाथ छाप

पार्टी मन के घलाउव जलसा होवत हे

तेमा ये कोरोना नी जाए ?

होली म ही आही! आना हे

आ फेर तिहार के बाद आ।

सालभर के तिहार ए मनान दे कका।

छत्तीसगढ़ीयां सरकार म बैठे

बड़े मनखे साहब मन ये तिहार ल

नी मनाय तव फरमान जारी कर दीं,

कोई नहीं मनाएगा होली।

दुकालू, सुकालू भोकवाए हे,,,,,

यही दिन देखे बाचे रहीस हे?

 

©डॉ. सोमनाथ यादव, बिलासपुर, छत्तीसगढ़

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