लेखक की कलम से
बुरा मानो यार होली है …
मुंह अंदर मास्क ऊपर की बोली है
हाथ सेनेटाइजर की हमजोली है
दो गज की दूरी से गुलाल-
बुरा ही मानो यार होली है!
कटेंनमेंट के रचे भूगोल
अनलाक है मेलजोल
मंहगाई की गाइडलाइंस
खाने के तेल बराबर पेट्रोल
मदिरालय में रुकी बारात
घूंट घूंट में वायरस घोली है
बुरा ही मानो यार होली है!
सांस सांस में कोविड फ्राड
पाज़िटिव हुई होलिका
बचे कैसे अपना प्रहलाद
इस ढंग से तंग भांग की गोली है
बुरा ही मानो यार होली है!
©आलोक शर्मा, भिलाई