मध्य प्रदेश

मंत्री बिसाहूलाल साहू के इस्तीफे पर अड़ी करनी सेना, सवर्ण महिलाओं पर दिया था विवादित बयान…

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री बिसाहूलाल साहू की परेशानी थमने का नाम नहीं ले रही है। इधर विवादित बयान पर करनी सेना उनके इस्तीफे पर अड़ी है। वहीं दूसरी तरफ उन्हें सीएम हाउस तलब किया गया है। इसके चलते भोपाल समेत प्रदेशभर करनी सेना प्रदर्शन कर रही है। मंत्री साहू के बयान के बाद उनके भोपाल स्थित बंगले पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। शनिवार को BJP ऑफिस में हंगामा करने के बाद करणी सेना के पदाधिकारी-कार्यकर्ता मंत्री साहू के बंगले पर भी पहुंचे थे। रविवार को भी बंगले पर कड़ी सुरक्षा रही।

करणी सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया, मंत्री साहू ने सवर्ण महिलाओं पर गलत टिप्पणी की है। सरकार उन्हें पद से हटाए। प्रदेश पदाधिकारी आगे की जो भी रणनीति बनाएंगे, उसके अनुसार प्रदर्शन करेंगे।

खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री साहू ने अनूपपुर की एक सभा में अपने भाषण में कहा था- जितने बड़े-बड़े लोग हैं, ठाकुर-ठकार और दूसरे और बड़े लोग, वो अपने घर की औरतों को कोठरी में बंद करके रखते हैं। बाहर निकलने ही नहीं देते। जितने धान काटने वाले, आंगन लीपने वाले, गोबर फेंकने का काम हमारे गांव की महिलाएं करती हैं। उन्होंने कहा था कि जब महिलाओं और पुरुषों का बराबर अधिकार है तो दोनों को बराबरी से काम भी करना चाहिए। सब अपने अधिकारों को पहचानों और पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करो। बड़े लोगों की महिला बाहर न निकले तो पकड़-पकड़कर उन्हें बाहर निकालों, तभी तो महिलाएं आगे बढ़ेंगी।

हालांकि, 26 नवंबर को मंत्री साहू ने बयान जारी करते हुए माफी मांगने की बात कही थी। फिर भी करणी सेना की नाराजगी कम नहीं हो रही है। इधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भी मामले में कूद गए हैं। उन्होंने भी साहू को मंत्री पद से हटाने की मांग की है।

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