शहर की सुप्रीत कौर बनी सीए
कहा- पढ़ाई के दौरान सोशल मीडिया से दूर रहना जरूरी
बिलासपुर। शहर की सुप्रीत कौर ने सीए की मुख्य परीक्षा पास कर शहर और अपने परिजनों को गौरवान्वित किया है। सुप्रीत शहर के प्रतिष्ठित, समाजसेवी मंजीत सिंह एवं हरजीत कौर अरोरा की सुपुत्री है।
सीए परीक्षा के परिणाम कल घोषित हुआ है। सुप्रीत ने दिल्ली बुलेटिन से बातचीत करते हुए कहा कि जो भी युवक या युवतियां सीए बनने की मंशा रखते हैं उन्हें सोशल मीडिया, व्हाट्सएप, फेसबुक से पूरी तरह से दूर होना पड़ेगा। 15 से 16 घंटे पढ़ाई के बिना सीए की परीक्षा पास करना मुश्किल है। सीए के बारे में यह कहा जाता है कि परीक्षा पास करना आसान नहीं होता, यह बिल्कुल सही है। जब तक परीक्षा पास न कर लें जीवट होकर दोस्ती और दुनियादारी से दूर रहना पड़ेगा।
सुप्रीत ने बताया कि सीए की एक परीक्षा वे शादी के बाद दिलवायी, बाकी के पेपर्स वे शादी के पहले दिलवा चुकी थी। घर में सीए की पढ़ाई सिर्फ मैं कर रही थी, ऐसा मुझे नहीं लगा। मेरे साथ-साथ मेरे परिवार के सभी लोग शामिल थे। घर में पढ़ाई के समय टीवी नहीं चलता था। कोशिश करते थे कि परीक्षा के समय कोई मेहमान न आए। भाई करणवीर सिंह और बहन गुनीस कौर ने भी मुझे बहुत सहयोग दिया। मायके में जिस तरह से मम्मी- पापा, भाई-बहन का सहयोग मिला वैसा ही ससुराल में भी सबने सीए बनने के लिए सपोर्ट किया।
पति गुंतास सिंह भी सीए हैं। इस नाते आगे की तैयारी किस तरह से करनी है यह उनसे मदद मिल जाती थी। शुरूआत में मैंने पुणे से कोचिंग की। वहां पर कोचिंग इस तरह से दी जाती है कि किसी तरह का डाउट नहीं रह जाता। आजकल तो ऑनलाइन भी कोचिंग देने लगे हैं। मैंने भी कुछ समय तक ऑनलाइन कोचिंग ली थी। शादी के बाद 2 साल का पढ़ाई में ब्रेक रहा लेकिन फिर मैंने उसे पूरा कर लिया। कोचिंग से लेकर सीए की परीक्षा पास करने में 7 साल लग गए।