मध्य प्रदेश

पीएम नरेंद्र मोदी ने एमपी को दिया नया स्लोगन, मोदी बोले- ‘एमपी अजब, गजब और सजग भी…’

एनआरआई समिट के सफल आयोजन के बाद इंदौर में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आगाज

इंदौर। मध्य प्रदेश  की व्यावसायिक राजधानी और देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में एनआरआई समिट के सफल आयोजन के बाद बुधवार से दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आगाज हो गया। ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली समिट का शुभारंभ किया। इस दौरान पीएम मोदी ने मध्य प्रदेश को एक नया स्लोगन  ‘एमपी अजब है, गजब है और सजग भी…’। उन्होंने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में मप्र की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। मध्य प्रदेश आस्था, आध्यात्म से लेकर पर्यटन, स्किल और एजुकेशन में अजब भी है, गजब भी है और सजग भी है। उन्होंने कहा कि ये समिट तब हो रही है जब भारत की आजादी का अमृत काल शुरू हो चुका है। हम सभी मिलकर विकसित भारत के निर्माण के लिए जुटे हुए हैं। जब हम विकसित भारत की बात करते हैं तो ये हमारा सिर्फ एस्पीरेशन नहीं बल्कि हर भारतीय का संकल्प है।

यह बोले पीएम नरेंद्र मोदी…

  • मुझे खुशी है कि हम भारतीय ही नहीं, बल्कि दुनिया की हर संस्था, हर एक्सपर्ट इसको लेकर आश्वस्त दिख रहा है। भारत एक दशक नहीं, सेंचुरी है। भारत विश्व का सशक्त लोकतंत्र ही नहीं, युवाओं का देश और राजनीतिक स्थिरता से सशक्त राष्ट्र है। भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का संकल्प, निवेश के लिए बेहतरीन अधोसंरचना एवं वातावरण है।
  • एक स्थिर सरकार, एक निर्णायक सरकार, सही नीयत से चलने वाली सरकार, विकास को अभूतपूर्व गति देकर दिखाती है। देश के लिए हर जरूरी फैसले तेजी से लिए जाते हैं।
  • बैंकिंग सेक्टर में री-कैपिटलाइजेशन, जीएसटी के रूप में वन नेशन वन टैग, कॉर्पोरेट टैक्स को ग्लोबली कॉम्पिटिटिव बनाना, अनेक सेक्टर्स में रिफॉमर्स के माध्यम से हमने इन्वेस्टमेंट के रास्ते से कई रोड़े हटाए हैं।
  • आज का नया भारत अपने प्राइवेट सेक्टर की ताकत पर भी भरोसा करते हुए आगे बढ़ रहा है। हमने डिफेंस, माइनिंग और स्पेस जैसे अनेक स्ट्रैटेजिक सेक्टर्स को भी प्रावइेट सेक्टर्स के लिए खोल दिया है। हमने अधोसंरचना में निर्माण में नए प्रतिमान स्थापित किए हैं।
  • हमने लेबर लॉ में भी सुधार करते हुए विकास की गति को तेज किया है। दर्जनों लेबर लॉज को फोर कोड्स में समाहित करना भी अपने आप में बहुत बड़ा कदम है।
  • कम्पलाइजेशन के बोझ को कम करने के लिए केंद्र और राज्य दोनों के स्तर पर अभूतपूर्व प्रयास चल रहे हैं। बीते कुछ समय में करीब 40 हजार कम्पलाइजेशन को हटाया जा चुका है।
  • हाल ही में हमने नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया है, जिससे मध्यप्रदेश भी जुड़ चुका है। अभी तक लगभग 50 हजार स्वीकृतियां दी जा चुकी हैं।
  • भारत का आधुनिक होता इन्फ्रास्ट्रक्चर, मल्टीमॉडल इन्फ्रास्ट्रक्चर भी इन्वेस्टमेंट की संभावनाओं को जन्म दे रहा है।
  • आज इन सभी प्रयासों से मे​क इन इंडिया को नई ताकत मिल रही है। मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में भारत तेजी से विकास कर रहा है। प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव स्कीम के तहत ढाई लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के इन्सेंटिव की घोषणा की चुकी है।
  • भारत विश्व के कई देशों से बहुत अच्छी स्थिति में है। भारत इस साल जी-20 ग्रुप में भी बढ़ती हुई इकॉनोमी वाला देश है। एक ताजा सर्वे में बताया गया कि विश्व के ज्यादातर इनवेस्टर्स भारत को पसंद कर रहे हैं। भारत इज ऑफ लिविंग एंड ईज ऑफ बिजनेस पर काम कर रहा है।
  • मध्य प्रदेश में भी इस ​स्कीम की वजह से सैकड़ों करोड़ का निवेश आया है। एमपी को बड़ा फार्मा हब, टेक्सटाइल हब बनाने में इस योजना का महत्व है। मेरा एमपी आ रहे इन्वेस्टर्स से आग्रह है कि पीएलआई स्कीम का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं।
  • भारत स्मार्ट फोन डेटा कंजप्शन में नंबर वन है। ग्लोबल इंटेक में नंबर वन है। भारत आईटीवीपीएन आउटसोर्सिंग में नंबर वन है। भारत तीसरा बड़ा एबुऐशन मार्केट और ऑटो मार्केट है। भारत के गांव-गांव तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंच रहे हैं। वहां तेजी से 4जी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है। 5जी से हर इंडस्ट्री और कंज्यूमर के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स से लेकर एआई तक जो भी नए अवसर बन रहे हैं, वो भारत में विकास की गति को और तेज करेंगे। इन प्रयासों से ही आज मेक इन इंडिया को ताकत मिल रही है। 5जी सुविधा से उद्योगों से लेकर आम नागरिक तक लाभान्वित हो रहे हैं।
  • मेन्यूफैक्चरिंग की दुनिया में भारत तेजी से अपना विस्तार कर रहा है। प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम के तहत ढाई लाख करोड़ से अधिक के इंसेटिव की घोषणा की जा चुकी है। ये स्कीम दुनिया भर के इंवेस्टर्स में पॉपुलर हो रही है। इससे अब तक करीब चार लाख करोड़ का प्रोडक्शन हो चुका है। मप्र में भी सैकड़ों करोड़ का निवेश आया है।
  • मप्र को बड़ा टेक्सटाइल हब बनाने में इसका बड़ा योगदान है। इस स्कीम का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं। आप सभी को ग्रीन एनर्जी को लेकर भारत की आकांक्षा से जुड़ना चाहिए। हेल्थ, एग्रीकल्चर, न्यूट्रीशियन हर लिहाज से भारत में नई संभावनाएं आपका इंतजार कर रही है। ये भारत के साथ-साथ एक नई ग्लोबल सप्लाई चेन के निर्माण का अवसर है। मप्र का सामर्थ्य और संकल्प आपकी प्रगति में दो कदम आगे चलेंगे।

मप्र उभरता हुआ हीरा है : केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी इन्वेस्टर्स समिट को वर्चुअल संबोधित किया। पीयूष गोयल बोले- मध्य प्रदेश इकोनॉमिक टाइगर की तरह आगे बढ़ रहा है। यह इकलौता डायमंड प्रोड्यूसिंग स्टेट है। मध्यप्रदेश भी हमारा एक उभरता हुआ हीरा है और मेरा पूरा विश्वास है, अटूट विश्वास है मप्र आगे चलकर देश की अर्थव्यवस्था को गति भी देगा। नए-नए अवसरों के साथ उद्योग जगत को आमंत्रण भी करेगा। उन्होंने कहा- मध्यप्रदेश के लिए यह सही समय है। इनवेस्टर्स के लिए भी यह अच्छा समय है। मध्यप्रदेश तेजी से ग्रोथ कर रहा है। पिछले साल मध्य प्रदेश में जीडीपी 20% से बढ़ा। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस असाधारण है। मध्यप्रदेश फ्यूचर रेडी है। 20% से अधिक रिन्यूएबल एनर्जी बना रहा है। ग्रीन हाइड्रोजन मिशन लॉन्च किया है। मध्यप्रदेश में भी कई सेक्टर में निवेश आने की संभावना है। खासकर ग्रीन हाइड्रोजन के क्षेत्र  में।

सीएम शिवराज बोले- आत्मनिर्भर भारत के लिए बनाया जा रहा आत्मनिर्भर एमपी

सीएम शिवराज ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से आप सभी का स्वागत करता हूं। आपके स्वागत में मध्यप्रदेश ने पलक पांवड़े बिछाए हैं, मांडणे, रांगोलियां बनी हुई हैं। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परसों भी इसी मंच पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन में पधारे थे। आज भी उन्होंने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का वर्चुअल शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक अतुल्य भारत का निर्माण हो रहा है। एक वैभवशाली, गौरवशाली भारत का निर्माण हो रहा है। आत्मनिर्भर भारत के लिए मुझे बनाना है आत्मनिर्भर एमपी। इसका रोडमैप तैयार है।

मैं सीएम ही नहीं, सीइओ भी हूं : सीएम शिवराज सिंह

भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क बना रहे हैं। आपको जैसी स्किल और पावर चाहिए, मिलेगा। इज आफ डूइंग मध्यप्रदेश की रैंकिंग सबसे अच्छी है। मंत्री खुद आपको सहयोग करेंगे, अधिकारी आपको खुद सहयोग करेंगे। इसके बावजूद भी कोई दिक्कत है तो मैं हूं। मैं सीएम ही नहीं सीइओ भी हूं। चौहान ने कहा कि हमारे प्रदेश में कई पार्क हैं और कुछ पार्क बन रहे हैं। निवेशकों को भी यदि कोई पार्क बनाना है तो बताइए, हम बना देंगे। उन्होंने कहा कि जबलपुर का मटर, बुरहानपुर का केला, नीमच का लहसून, इंदौर का आलू मध्यप्रदेश में अलग-अलग क्षेत्रों में कई उत्पाद हैं। टेक्सटाइल वाले भी बड़ी संख्या में आ रहे हैं। यहां काटन भी खूब है। श्री चौहान ने कहा कि हमारे यहां कांट्रेक्ट फॉर्मिंग हो रही है। सरकार, किसान और निवेशक तीनों मिलकर काम करेंगे। कई बड़ी कंपनियां काम कर रही है। फार्मा सेक्टर को मैं बधाई देता हूं कि यहां वो काफी रिच हैं।
मुख्यमंत्री ने बताई एमपी की खूबियां
आपको जितनी बिजली चाहिए, हमारे पास बिजली की कोई कमी नहीं है। बिजली इतनी है कि मध्यप्रदेश की बिजली से दिल्ली की मेट्रो चल रही है। पानी की भी कोई कमी नहीं है। जगह-जगह बांध बन गए हैं। चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश शांति का टापू है। यहां कोई ला एंड आर्डर की स्थिति खराब नहीं है। इंदौर का सराफा 24 घंटे खुलता है। कोई दिक्कत नहीं। रात दो बजे भी लोग जाते हैं वहां। चौहान ने कहा कि जो मध्यप्रदेश में आता है वो मध्यप्रदेश का होकर रह जाता है। हर एक को सहयोग करने का काम करते हैं।

मध्य प्रदेश में निवेश की बेहतर संभावना : चंद्रशेखर

टाटा संस के चेयरमैन चंद्रशेखर ने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश की बेहतर संभावना है। हमने 2010 में इंदौर में टीसीएस का एसईजेड शुरू किया था। टाटा इंटनेशनल काफी पहले से देवास में है।

आदित्य बिड़ला ग्रुप की  7 यूनिट मध्य प्रदेश में हैं

आदित्य बिड़ला ग्रुप के कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि मध्यप्रदेश को उसकी लोकेशन का भी फायदा मिलता है। इस प्रदेश से कई राज्य जुड़े हैं। दिल्ली-मुंबई कॉरिडोर का बड़ा हिस्सा इस प्रदेश से गुजर रहा है। हमारे ग्रुप का इस प्रदेश से पुराना नाता है। आदित्य बिड़ला ग्रुप की 7 यूनिट मध्य प्रदेश में हैं।

मध्य प्रदेश को मॉडल प्रदेश कहा जाना चाहिए : अभय फिरोदिया

फोर्स मोटर्स के चेयरमैन अभय फिरोदिया ने कहा कि मेरे उद्योग का मध्य प्रदेश से 35 साल से संबंध है। पहले 15 साल परेशानी भरे थे। न सड़क थी न बिजली ठीक से आती थी, लेकिन 20 सालों में काफी बदलाव हुआ है। यहां का समाज सबको महत्व देता है, जाति का भेदभाव नहीं है। इंदौर को मैंने टूटा फूटा, गंदा भी देखा है, लेकिन यहां की जनता की जनभागीदारी अच्छी है। इस कारण इंदौर आज सफाई में नंबर वन है। फिरोदिया ने कहा- दूसरी बात प्लेस है। मप्र सेंट्रल में है। जैसे भारत बढ़ेगा, मप्र भी बढ़ेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर भी जरूरी है। ये मप्र में सुधरा है। पॉलिसीज… सरकार किस तरह से इसे देखती है। ये भी देखना जरूरी है कि एम्प्लायमेंट स्टेबल है क्या? यहां की ब्यूरोक्रेसी ने भी उद्योग की तरफ आस्था से देखा और मदद करती है। तीसरी बात- मध्यप्रदेश को एमपी कहते हैं। मेरे मन में एक बात है कि मध्यप्रदेश को मॉडल प्रदेश कहा जाए। इसका नाम बदला जाए। यहां जो हुआ है वो मॉडल ही है।

उद्योग मंत्री ने किया निवेशकों का स्वागत

ग्लोबल इंवेस्टर समिट में शामिल होने के लिए मंच पर आए उद्योगपतियों का प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव ने स्वागत किया। समिट में नादिर गोदरेज, प्रणव अडानी, अभय फिरोदिया, संजय किर्लोस्कर, संजीव बजाज, नोएल टाटा मंच पर पहुंच चुके हैं। समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद वर्चुअली जुड़े।

दूसरे दिन के सत्र में ये विषय होंगे

समिट के दूसरे दिन निवेश के विभिन्न विषय पर सत्र होंगे। सुबह 11 से दोपहर 12 बजे के बीच मध्य प्रदेश से निर्यात की संभावनाएं, सामाजिक बुनियादी ढांचे के विकास के लिये वित्तीय सहायता, एक्सेस मध्यप्रदेश कम्प्लीट बिजनेस सॉल्यूशन और इंडिया तथा इजराइल, यूएसए और यूएई (12 यू 2) समूह साझा निवेश पर चर्चा होगी। दोपहर 12:15 बजे से अगले समानांतर सत्र होंगे। जिनमें प्रमुख रूप से भारत की पांच ट्रिलियन की इकॉनामी में मध्य प्रदेश का योगदान, एयरो स्पेस और डिफेंस, भारत में मैन्युफैक्चरिंग को गति देने में मध्यप्रदेश का योगदान और शिक्षा और कौशल विकास पर निवेशकों के बीच चर्चा होगी। दूसरे दिन दोपहर 2 से 3 बजे के बीच विशेष सत्र में मध्यप्रदेश में स्टार्ट-अप के लिए अनुकूल वातावरण पर चर्चा होगी। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट का समापन सत्र दूसरे दिन 12 जनवरी को ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में दोपहर 3 बजे से होगा।

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