छत्तीसगढ़

इलेक्ट्रिक वेहिकल चार्जिंग यूनिट बनेगी फुंडा रीपा में, गोबर पेंट बनाने वाली मशीन भी, कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने किया निरीक्षण ….

दुर्ग । दुनिया भर में और भारत के भीतर भी बैटरी चलित गाड़ियों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और सरकार एवं निजी क्षेत्रों द्वारा इसे प्रोत्साहित करने इलेक्ट्रिक वेहिकल चार्जिंग यूनिट लगवाये जा रहे हैं। इस बड़े बाजार की संभावनाओं को देखते हुए रीपा में भी चार्जिंग यूनिट के उत्पादन की व्यवस्था की गई है। फुंडा में इसका यूनिट लग रहा है। कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने आज फुंडा में इस यूनिट का तथा इसी तरह से अन्य उत्पादों के लिए लगने वाली यूनिटों का निरीक्षण किया। उनके साथ जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन भी मौजूद रहे। यहां गोबर पेंट बनाने की मशीन लगाने वाली यूनिट भी लगाई जा रही है।

कलेक्टर ने यूनिट निर्माण करने वाले उद्यमियों से चर्चा की। इन्होंने बताया कि एंटी बैक्टीरियल गुण होने की वजह से गोबर पेंट की काफी डिमांड हो रही है और पंजाब तथा उत्तरप्रदेश में भी गोबर पेंट बनाने यूनिट लग रही हैं। इस बड़े बाजार के लिए मशीनों की काफी डिमांड होगी, इसलिए यह सेटअप लगा रहे हैं। एक यूनिट मेडिकल उपकरणों से संबंधित थी जिसमें मेडिकल ग्लव्स, मास्क सर्जरी किट आदि से संबंधित सामग्रियों का निर्माण किया जाएगा। इसके साथ ही अन्य उद्यमियों के लिए भी यहां जगह होगी। इसमें परंपरागत व्यवसाय से जुड़े लोग भी अपना कार्य कर सकेंगे। अभी तक जो यूनिट लग रही हैं उनमें 185 लोगों को काम मिलेगा, जो स्थानीय होंगे। यहां नर्सरी भी बनाई जा रही है जहां ऐसे पौधों का उत्पादन होगा जिनकी व्यवसायिक बिक्री होती है।

रीपा में 2 हजार से अधिक लोगों को मिलेगा रोजगार- रीपा में अभी तक लगने वाले यूनिटों से 2 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल पाएगा। इसके अलावा यहां परंपरागत व्यवसाय एवं ग्रामीण उद्यम आरंभ होने से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन हो सकेगा।

तर्रा में देखा बायोफ्लाक, बिजली चली गई तो आक्सीजन टेबलेट से मछलियों को मिलेगा जीवन- जिले के गौठानों में मछलीपालन को बढ़ावा देने के लिए डबरियों के साथ ही बायोफ्लाक भी आरंभ किये जा रहे हैं। आज कलेक्टर ने तर्रा में बायोफ्लाक का निरीक्षण किया। समूह की दीदियों ने बताया कि यहां रोहू, पंकाज आदि मछली पाल रहे हैं। काफी कम क्षेत्र में बड़ी संख्या में मछलियों का उत्पादन संभव है। कलेक्टर ने बिजली की आपूर्ति बाधित होने की दशा में वैकल्पिक उपाय के बारे में पूछा। इस पर समूह की दीदियों ने बताया कि बिजली चली जाएगी तो आक्सीजन टेबलेट से मछलियों को आक्सीजन मिल सकेगा।

सबसे ज्यादा डिलीवरी होती है तर्रा सीएचसी में, मेडिकल स्टाफ की प्रशंसा की कलेक्टर ने- कलेक्टर तर्रा सीएचसी भी पहुंचे। यहां सबसे ज्यादा डिलीवरी होती है। कलेक्टर ने इसके लिए मितानिनों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि आप लोगों के अच्छे कार्य की वजह से संस्थागत प्रसव में बढ़ोत्तरी इस ग्रामीण क्षेत्र में हुई है। सरकार ने बजट में आप लोगों के लिए मानदेय भी आरंभ किया है।

सांकरा में स्कूली बच्चों से मिले- सांकरा में कलेक्टर स्कूली बच्चों से मिले। बच्चों ने कलेक्टर से अपने करियर के बारे में प्रश्न भी पूछे। एक छात्रा ने पूछा कि मैं आईपीएस बनना चाहती हूँ मुझे अभी से इसके लिए किस तरह की पढ़ाई करनी चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि आप अपने सिलेबस को अच्छे से पढ़ें तो आपकी तैयारी साथ साथ होती रहेगी। वे सांकरा में आजीविका केंद्र के डोम में भी पहुंचे। यहां उन्होंने आजीविका केंद्र परिसर के आसपास सघन पौधरोपण कर फलदार पेड़ लगाने के निर्देश दिये।ठकुराइनटोला में लक्ष्मण झूले का काम आरंभ- खारुन नदी के किनारे बसे ठकुराइनटोला में मंदिर खारून नदी के बीच में बना है। हर साल बरसात में यहां पहुंच बाधित हो जाता है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यहां लक्ष्मण झूले की घोषणा की थी। इस पर कार्य आरंभ हो गया है। कलेक्टर ने निर्माण कार्य देखा। अधिकारियों ने बताया कि सितंबर तक यह कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

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