लेखक की कलम से

रोटी की कीमत …

#रोटी …जिंदगी को ,

जिंदगी देती है।

#सच कहे,

तो उम्रभर की

जद्दोजहद

इसी से जुड़ी है।

#सारी समस्याएं …

इससे बहुत बड़ी है।

भागते हैं…..?

दिन-रात

दो वक्त की,

रोटी कमाने के लिए।

#छोड़ जाते हैं जिनको मिलती है। रोटी ……काम पर, जाने के लिए।

फिर …….!

क्यों………?

भागते रहते हैं।

उस रोटी के लिए।

#हमारे चेहरे की चमक,

हमारी आत्मा की तृप्ति है।

जीवन की अमूल्य निधि है।

#इसकी कीमत पहचानें ।

यह ईश्वर की अमूल्य कृति है।

#देखता हूँ…… जब दूसरी तरफ।

जो तरसते हैं एक रोटी को भी ,

एक रोटी के लिए ,

मौत पा जाते हैं ।

#सम्मान करें रोटी का ।

जिन्हें मिलती है ।

और जिन्हें नहीं मिलती ।

#इसी रोटी के लिए ,

इतिहास बदल जाते हैं।

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