लेखक की कलम से
देवी स्तुति …
सृजनकारी, शक्तिकारिणी स्वरूपा जय मां भवानी की,
माता के नौ स्वरूपो की वंदना जय मां भगवती की।
योगकारी, साधनाकारिणी स्वरूपा जय मां शैलपुत्री की।
तपस्कारी, ब्रह्मचारिणी स्वरूपा जय मां ब्रह्मचारिणी की।
साधककारी बाधाहरिणी स्वरूपा जय मां चंद्रघंटा की।
तेजकारी, ऊर्जाकारिणी स्वरूपा जय मां कुंडमाडा की।
मोक्षकारी, सुखकारिणी
स्वरूपा जय मां स्कंदमाता की।
आज्ञाकारी, शक्तिकारिणी स्वरूपा जय मां कात्यानी की।
ब्रह्ममाँण्डकारी, सिद्धिकारिणी स्वरूपा जय मां कालरात्रि की।
फलदात्री, पुण्यकारिणी स्वरूपा जय माँ महागौरी की।
निष्ठाकारी, कल्याणकारिणी
स्वरूपा जय माँ सिद्धिदाविकी की।
करे माँ हम सबका कल्याण जय जगदंबिका की।
©झरना माथुर, देहरादून, उत्तराखंड