लेखक की कलम से
हिन्दी का मान बढ़ाएं…..
आओ , हिन्दी का मान बढ़ाएं!
मिलजुल कर हिन्दी ध्वज फहराएं!
हिन्दी भाषा, प्यारी भाषा, जन-जन की अभिलाषा है।
हिन्दी माता , सबकी माता , जीवन की परिभाषा है।।
जीवन-पथ पर हिन्दी अपनाएं!
आओ,……!!
सब बोली में रहकर , हिन्दी , एक सूत्र बतलाती है।
उठना-चलना ,मरना-जीना,हिन्दी मां सिखलाती है।।
रोजाना , हम हिन्दी गुण गाएं!
आओ,…..!!
हैं संकल्प हमारा , बन जाए राष्ट्र – भाषा हिन्दी।
भारत माता के ललाट पर, हिन्दी की चमके बिंदी।।
हिन्दी की मूरत गढ़ते जाएं!
आओ,…….!!
आएं कितनी भी विपदाएं, हिन्दी का सम्मान बढ़े।
हिन्दी मां के आगे, किसी भी भाषा का न रंग चढ़े।।
आओ,हम हिन्दी गीत सुनाएं!
आओ, हिन्दी का मान बढ़ाएं!
मिलजुल कर हिन्दी ध्वज फहराएं!!
आओ , हिन्दी का मान बढ़ाएं..!!
©महेन्द्र भट्ट, ग्वालियर