नई दिल्ली

लालू यादव फिर बनेंगे किंग मेकर? मुलायम से मुलाकात, बोले-देश को पूंजीवाद नहीं समाजवाद की जरूरत ….

नई दिल्ली । सक्रिय राजनीति से लंबे समय तक दूर रहने के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव धीरे-धीरे सक्रिय हो रहे हैं। उनकी सक्रियता के साथ ही विश्व की सबसे बड़ी पार्टी के नेताओं के कान खड़े होने लगे हैं। वे राजनीतिक मोर्चेबंदी के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में लंबे समय तक जेल में बंद रहने के बाद उनके बाहर निकलते ही विरोदी गुट के नेताओं की रातों की नींद हराम हो गई है। वे केंद्र की राजनीति में माहिर हैं और हमेशा केंद्र में ही रहते हैं। उनकी सक्रियता से केंद्र की राजनीति में तूफान खड़ हो गया है। उन्होंने अपने चिरपरिचित अंदाज में मीडिया से मुलाकात किए।

सोमवार को राजद प्रमुख लालू यादव ने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से उनके निवास पर जाकर मुलाकात की। इस दौरान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहे। लालू ने अपनी मुलाकात की खुद जानकारी भी साझा की है। लालू ने मुलाकात की तस्वीरें ट्वीट करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना भी साधा।

कई साल तक जेल में रहने और जमानत पर बाहर आने के बाद से लालू यादव दिल्ली में ही बेटी मीसा यादव के आवास पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। पिछले हफ्ते ममता बनर्जी के दिल्ली पहुंचने पर कई विपक्षी नेता भी राजधानी पहुंचे थे। इसी दौरान एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने लालू यादव से मुलाकात की थी।

जेल से बाहर आने के बाद पहली बार खुद लालू किसी से मिलने पहुंचे हैं। ऐसे में इस मुलाकात ने सियासी गलियारे में हलचल पैदा कर दी है। केंद्र और बिहार की सरकारों के किंग मेकर रहे लालू को लेकर कई तरह की कयासबाजी शुरू हो गई है।

लोकसभा चुनाव में भले ही अभी तीन साल का वक्त बचा हो लेकिन विपक्षी दल मोदी सरकार के खिलाफ लामबंद होने लगे हैं। कांग्रेस, टीएमसी, राजद समेत अन्य दलों के नेता आपस में लगातार मिल रहे हैं। इसी दौरान आज लालू यादव की मुलायम से मुलाकात ने लोकसभा चुनाव के साथ ही अगले साल होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर मंथन के नजरिये से देखा जा रहा है।

लालू और मुलायम के बीच करीब 40 मिनट तक बातचीत हुई। लालू ने इस मुलाकात की जानकारी और तस्वीरें साझा करते हुए लिखा कि देश के वरिष्ठतम समाजवादी साथी आदरणीय मुलायम सिंह से मुलाकात कर उनका कुशलक्षेम जाना। इसके साथ ही कहा कि खेत-खलिहान, ग़ैर-बराबरी, अशिक्षा, किसानों, गरीबों व बेरोजगारों के लिए हमारी सांझी चिंताएं और लड़ाई है। बिना नाम लिये मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि आज देश को पूंजीवाद और सम्प्रदायवाद नहीं बल्कि लोकसमता एवं समाजवाद की अत्यंत आवश्यकता है।

 

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