उत्तर प्रदेश में एक मुसलमान की दाढ़ी-बाल काटने का वीडियो वायरल, 9 पर अपराध दर्ज …
नई दिल्ली (पंकज यादव) । उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने एक बुजुर्ग के साथ मारपीट और दाढ़ी-बाल काटे जाने का वीडियो वायरल होने पर बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने नौ लोगों पर एफआईआर दर्ज किया है। इसमें दो कांग्रेस नेता और ट्विटर इंडिया भी शामिल हैं। मामले में यूपी पुलिस ने इनपर लोनी में हुई घटना को गलत तरीके से सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि एक बुजुर्ग मुस्लिम को जमकर लाठी-डंडों से हिन्दू समाज के लोग पीट रहे हैं और उसकी दाढ़ी-बाल काट रहे हैं। राहुल गांधी ने जहां इसपर सवाल खड़े किए वहीं सीएम योगी ने उन्हें यूपी को बदनाम न करने की नसीहत दी थी।
एफआईआर में गाजियाबाद पुलिस ने कहा है, ‘लोनी में हुई घटना में कुछ लोग बुजुर्ग मुस्लिम की पिटाई कर दाढ़ी-बाल काटी गई। यूपी की पुलिस ने जिन लोगों पर मामला दर्ज किया है, उनमें दो वरिष्ठ पत्रकार भी शामिल हैं, जबकि जुबैर फैक्ट चेकिंग वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के लेखक हैं। डॉ शमा मोहम्मद और निजामी कांग्रेस के सदस्य हैं, जो पूर्व में टीवी बहस के दौरान पार्टी का एक प्रमुख चेहरा रहे हैं। वहीं अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष उस्मानी को कांग्रेस ने पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में बिहार विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार के रूप में उतारा था।
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में बुजुर्ग मुस्लिम को चार लोगों ने मिलकर बुरी तरह पीटा, उससे जबरदस्ती जय-श्री-राम के नारे लगवाए और उसकी दाढ़ी काट दी। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ लेकिन वीडियो के पीछे की सच्चाई कुछ और है।
पुलिस ने वायरल वीडियो में किए गए इन सभी दावों के पीछे की असली वजह बताई है। गाजियाबाद पुलिस ने कहा उन्होंने एफआईआर दर्ज कर ली है और इस मामले में एक व्यक्ति परवेश गुर्जर को घटना में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह घटना 5 जून की है, लेकिन पुलिस को इसकी सूचना दो दिन बाद दी गई थी।
पुलिस का कहना है कि इस पूरी घटना के पीछे की वजह तांत्रिक साधना है। पीड़ित बुजुर्ग ने आरोपी को कुछ ताबीज दिए थे जिनके परिणाम न मिलने पर नाराज आरोपी ने इस घटना को अंजाम दिया।