मध्य प्रदेश

छेड़खानी के आरोपी दोनों कांग्रेस विधायकों पर लटक रही गिरफ्तारी की तलवार, पीड़ित महिला के आरोपों की पुष्टि की …

भोपाल। मध्यप्रदेश के दो कांग्रेस विधायकों सिद्धार्थ कुशवाहा और सुनील सराफ पर दर्ज हुए छेड़छाड़ के मामले में जांच तेज हो गई है। मामले की जांच कर रही जीआरपी एसपी जबलपुर में पदस्थ इंस्पेक्टर शशि धुर्वे ने घटना के दिन रेवांचल एक्सप्रेस में तैनात टीसी, अटेंडर, पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए हैं। सभी ने पीड़ित महिला के साथ विधायकों द्वारा अभद्रता की घटना को सही बताया है। अब ट्रेन में सवार अन्य यात्रियों के बयान लिए जाएंगे।

इंस्पेक्टर शशि धुर्वे ने बताया कि विधायकों की गिरफ्तारी भी हो सकती है। यह पुलिस पर निर्भर है। हालांकि, मामले में सात साल से कम सजा की धारा है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार गिरफ्तारी नहीं हो सकती है, लेकिन पुलिस कोर्ट को मामले की गंभीरता बताकर गिरफ्तारी कर सकती है। बता दें महिला की शिकायत पर सागर पुलिस ने सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा, कोतमा विधायक सुनील सराफ पर छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया था। इसके बाद जांच जबलपुर जीआरपी एसपी ऑफिस को सौंपी गई थी। इसकी जांच महिला इंस्पेक्टर शशि धुर्वे को दी गई है।

यह है पूरा मामला

घटना गुरुवार-शुक्रवार की रात 1.30 बजे की है। ट्रेन संख्या 12186 रेवांचल एक्सप्रेस गुरुवार रात 8 बजे रीवा से रवाना हुई थी। एच-1 कोच में 30 साल की महिला अपने छह माह के बच्चे के साथ सफर कर रही थीं। उन्होंने कांग्रेस के दोनों विधायकों पर बैड टच का आरोप लगाया था। उन्होंने घटनाक्रम की जानकारी अपने पति को फोन पर दी। इसके बाद ट्रेन में ही जीआरपी और आरपीएफ ने महिला की शिकायत सुनी। इसी दोनों विधायकों पर केस दर्ज हुआ। महिला ने बताया था कि जिस सीट पर वह बैठी थी, वह विधायक सिद्धार्थ की थी। उन्होंने विधायक सिद्धार्थ से अनुरोध किया कि वे अपनी सीट उसे दे दें। सिद्धार्थ इस पर राजी हो गए। इसके बाद कटनी में कोतमा विधायक सुनील सराफ भी इसी कोच में सवार हुए। अब तक बर्थ की लाइट बंद थी। इसी बीच सिद्धार्थ और सुनील सराफ उसी ट्रेन में सवार विधायक कमलेश्वर पटेल के पास पहुंचे। थोड़ी देर बाद सिद्धार्थ और सुनील नशे की हालत में महिला के पास पहुंचे। दोनों बर्थ को लेकर बहस करने लगे। दोनों कांग्रेस विधायकों ने उसे बुरी नीयत से टच किया। विरोध करने पर राजनीतिक धौंस दिखाने लगे।

पीड़ित महिला का बयान…

मेरी उम्र 30 साल है। मैं रीवा की रहने वाली हूं। 6 अक्टूबर को मैं रेवांचल एक्सप्रेस से रीवा रेलवे स्टेशन से रानी कमलापति स्टेशन के लिए सवार हुई थी। मैं अपने 7 माह के बेटे के साथ यात्रा कर रही थी। रात करीब 11.50 बजे सामने वाली बर्थ में कोतमा विधायक सुनील सराफ और सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा बैठे थे। मेरी साइड वाली बर्थ पर दोनों ने खाना खाया और फिर गंदी-गंदी गालियां बकने लगे। पीड़िता ने बताया कि मेरे कंधे को टच कर इन्होंने मुझे उठाया। कहने लगे मैडम आपने खाना खाया है या नहीं। मैंने कुछ नहीं कहा। वे दोनों नशे की हालत में बुरी नीयत से देख रहे थे। मेरे कंधे पर हाथ फेरते हुए बकवास कर रहे थे। मैंने कहा कि मेरा बेटा सो रहा है, गाली-गलौज मत करिए। वे नहीं माने तो मैंने अपने पति को कॉल कर पूरी घटना बताई। इसके बाद पति की शिकायत पर सागर रेलवे स्टेशन पर पुलिस आई। उन्होंने मुझे दूसरी सीट पर शिफ्ट कर दिया। जब मैं दूसरी सीट पर जाने लगी तो सुनील सराफ बोला- आप क्यों जा रही हो, क्यों परेशान हो रही हो। मैंने उनकी शिकायत टीटीई और सागर पुलिस से करते हुए कहा कि दोनों को ट्रेन से उतारते हुए कार्रवाई करें, लेकिन उन्होंने मेरी सीट बदल दी।

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