मध्य प्रदेश

मंत्री के पैरों पर गिरकर रोने लगी चयनित शिक्षिका, – कहा- तीन साल से भटक रहे नियुक्ति के लिए…

भोपाल। मध्य प्रदेश के बैतूल में एक चयनित शिक्षिका स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार की पैरों में गिर गई और फूट-फूट कर रोने लगी रोते-रोते चयनित शिक्षिका ने कहा कि हमारी नियुक्ति करा दें। अचानक चयनित शिक्षकों के पैरों में गिरने से अफरा तफरी का माहौल बन गया और मंत्री ने झुककर उसे उठाने की कोशिश की। उनके साथ लगे सुरक्षाकर्मियों ने चयनित शिक्षिका को उठाया और उसे समझाने की कोशिश की कि जल्दी उसकी नियुक्ति हो जाएगी।

अन्नोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने आए स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के पैरों पर गिर कर रो रही महिला का नाम शारदा जावलकर है । शारदा का 3 साल पहले शिक्षक भर्ती के लिए चयन हुआ था ,लेकिन 3 साल बाद भी शारदा को नियुक्ति नहीं मिली। जिसके कारण शारदा व्यथित थी और अपनी गुहार लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री के पास आई थी। जैसे ही मंत्री बाहर जाने लगे शारदा उनके पैरों में गिर गई और फूट-फूट कर रोने लगी

शारदा बोल रही थी कि हमें नियुक्ति दिला दें। शारदा को उठाया गया और अधिकारियों सहित पुलिस ने उसे समझाने की कोशिश की। दरअसल शारदा अकेली नहीं है। बैतूल जिले में उच्च माध्यमिक के 350 और माध्यमिक  के 120 शिक्षकों का तीन साल पहले चयन हुआ था और नियुक्ति के लिए तीन साल से भटक रहे हैं। चयनित शिक्षकों का कहना है कि अगस्त 2019 में उनका रिजल्ट आया था और जुलाई से वेरिफिकेशन का कार्य शुरू हुआ था लेकिन कोरोना काल के कारण वेरिफिकेशन का कार्य रुक गया और अभी तक नहीं हुआ। नियुक्ति के लिए पिछले 3 साल से भटक रहे हैं लेकिन कहीं सुनवाई नहीं हो रही है सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं।

शारदा जावलकर का कहना है कि 3 साल पहले उनका चयन हुआ था लेकिन अभी तक नियुक्ति नहीं मिली है 3 साल से भटक रहे हैं।कंचन पवार का कहना है कि अगस्त 2019 में रिजल्ट जारी हुआ था उसके बाद कोरोना के कारण वेरिफिकेशन रोक दिया गया था अभी तक वेरिफिकेशन नहीं हुआ।

चयनित शिक्षकों के पैरों पर गिरने और रोने के मामले को लेकर स्कूली शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि  शिक्षक भर्ती का कार्यक्रम चल रहा है, कोर्ट का एक विषय है उससे बचते हुए हम शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया करने वाले हैं, वेरिफिकेशन हो गया है, जल्दी सबको नियुक्ति देने वाले हैं। इंदर सिंह परमार का कहना है कि शिक्षक भर्ती का कार्यक्रम चल रहा है, कोर्ट का एक विषय है उससे बचते हुए हम शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया करने वाले हैं, वेरिफिकेशन हो गया है, जल्दी सबको नियुक्ति देने वाले हैं। तीन साल से इंतजार करने के सवाल पर मंत्री बोले उनको कमलनाथ और दिग्विजय से पूछना पड़ेगा।

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