छत्तीसगढ़बिलासपुर

भाड़ी के छात्रों को अटल टिंकरिंग लैब के प्रभारी ने नवाचार के संबंधित दिए टिप्स, लैब के बाल विज्ञानियों ने छात्र छात्राओं को अपने आविष्कार से कराया परिचित …

बिलासपुर। शैक्षणिक भ्रमण के लिए शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भाडी के डा. कलाम विज्ञान क्लब अटल टिंकरिंग लैब शासकीय बहुदेशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बिलासपुर का चयन कर प्राचार्य जीतेंद्र खोबरागडे के नेतृत्व में छात्र लैब पहुंचे। प्राचार्य डा. राघवेन्द्र गौराहा ने सभी का स्वागत किया। छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि केवल कडी मेहनत ही सफलता दिला सकती है।

गवर्नमेंट हायर सेकेंडरी स्कूल दयालबंद स्थित अटल टिंकरिंग लैब के बाल विज्ञानियों ने अपने आविष्कार और नवाचार के जरिए नाम कमाया है। जिले के ग्रामीण स्कूल के बच्चों की पहली पसंद लैब ही है। लिहाजा भाड़ी हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्र-छात्राएं एटीएल पहुंचकर नवाचार के संबंध में जरूरी जानकारी हासिल की।

प्राचार्य शासकीय विद्यालय भाडी जीतेंद्र ने अटल टिंकरिंग लैब डा. कलाम विज्ञान क्लब चयन कर आने की वजह बताई। उन्होंने कहा विज्ञान की पहेलियों से खेलने, अंतरिक्ष की अबूझ पहेली और समाज की दिक्कतों के लिए नवाचार करने की बात प्राय: हमारे विद्यालय में बातें होती रहती थीं। इसी को जानने के लिए आज इस पवित्र जगह जो राज्य ही नही देश और विदेश को भी राह इनोवेशन के क्षेत्र में राह दिखा रहा है।

लैब प्रभारी ने सभी आगंतुकों को लैब की कार्यविधि से अवगत कराया। तत्पश्चात आइडिएशन, डिजाइन थिंकिंग, रिसर्च प्रोसेस पर विस्तृत व्याख्या दिया। मुंबई के विवेक खंडेलवाल एमओसी अटल इनोवेशन मिशन नीति आयोग ने दिक्कतों का चयन कैसे करे पर विस्तृत पक्ष विभिन्न् उदाहरण के द्वारा रखा।

कार्यशाला के द्वितीय सत्र में सभी बधो ग्रुप में बांटकर टिंकरकैड के जरिए डी प्रिंटर का उपयोग कैसे किया जाता है का विस्तृत अध्यन किया व गणेश की मूर्ति बनाई। दूसरा ग्रुप ने माइक्रोप्रोसेसर, सेंसर मोटर का प्रोयोग कर पोछा लगाने वाला रोबोट बनाई।

तीसरा ग्रुप ने इसी तरह वेट लिफ्टर रोबोट बनाई। लैब के अचीवमेंट का विस्तृत खाखा लैब प्रभारी डा. धनंजय ने दिया। एस्ट्रोनामिका के जरिए एस्टेरायड खोजने के मुहिम में आगंतुकों से जुडने का आह्वान डा धनंजय ने किया।

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